भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत देश के सभी मुद्दों पर अपनी राय रखते नजर आते हैं। देश में कोयले की कमी होने के दावे पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कोयले का संकट दिखाकर कोयले की खदानों को अडानी को देने के लिए षड्यंत्र रचा जा रहा है। उनके बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स कई तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
राकेश टिकैत ने कही यह बात : लाउडस्पीकर के मुद्दे पर राकेश टिकैत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि इस समय केवल इस बात पर ध्यान दिया जा रहा है कि वोट कैसे बटोरा जाए। देश में वोट लेने के लिए पीएचडी चल रही है।
वहीं बिजली संकट पर उन्होंने कहा कि सरकार और बड़ी कंपनियां मिली हुई हैं। कोयले का संकट दिखाकर कोयले की खदानों को अडानी को देने के लिए षड्यंत्र रचा जा रहा है।
लोगों की प्रतिक्रियाएं : शंभू नाम के टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि अब ऐसा लगता है, जनता के वोट से नहीं बल्कि अडानी के नोट से सरकार बनी है। नीरज कुमार नाम के ट्विटर यूजर ने चुटकी लेते हुए कमेंट किया कि बिना अडानी का नाम लिए इनका भी दिन नहीं बीतता है। प्रमोद नाम के एक यूजर सवाल करते हैं कि आपको अडानी से क्या तकलीफ है? कोयले का टेंडर चाहिए तो जा कर ले लीजिए।
अनुराधा नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि कोयले की खेती शुरू कर दीजिए। एमएसपी मिलेगी। मोहित कुमार द्वारा लिखा गया, ‘ मिस्टर टिकट की खदान में बैठकर धरना प्रदर्शन कर लीजिए।’ सुरेश कुमार नाम के यूजर लिखते हैं कि किसान आंदोलन की तरह इसके लिए भी धरना प्रदर्शन क्यों नहीं शुरु कर देते?
शरद नाम के एक यूजर लिखते हैं कि इनका अलग ही राग चल रहा है। इम्तियाज आलम नाम के यूजर द्वारा कमेंट किया गया कि ठीक है जी यूपी का रिजल्ट सब कुछ दिखा रहा है, आप अब अपनी फालतू की बयानबाजी बंद ही कर दीजिए। जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश सहित देश के 16 राज्यों में बिजली संकट की समस्या बढ़ हो गई है।