उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) में बीजेपी की प्रचंड जीत पर जहां विपक्षी हैरान और परेशान हैं तो वहीं बीजेपी (BJP) के नेता इसे सुशासन और ईमानदार सरकार की जीत बता रहे हैं। चुनाव से पहले और बीच चुनाव में भाजपा को घेरने वाले किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait BJP) ने बीजेपी की जीत पर अपनी प्रतिक्रिया दी तो लोग कमेंट करके मजे लेने लगे।

राकेश टिकैत ने दी जीत पर बधाई: भाकियू (BKU) नेता राकेश टिकैत ने ट्विटर पर लिखा कि “लोकतंत्र के महापर्व में जनता का फैसला सर्वोपरि होता है। किसान आंदोलन ने अपना असर दिखा दिया। हम आशा करते हैं कि जो भी सरकारें बनी हैं, वे सभी अपने-अपने राज्यों में किसानों-मजदूरों के उत्थान के लिए कार्य करेंगी। सभी को जीत की बधाई।”

लोगों की प्रतिक्रियाएं: राकेश टिकैत के इस ट्वीट पर लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। अखिलेश तिवारी नाम के यूजर ने लिखा कि “इन चुनावों में किसान आंदोलन ने यही असर डाला है? अब तो निश्चित लगता है कि एक बार पुनः आंदोलन के लिए तैयार रहना चाहिए किसानों को।” सुनील द्विवेदी नाम के यूजर ने लिखा कि “टिकैत साहब यूपी, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर के चुनाव परिणामों ने साबित कर दिया कि आपके द्वारा चलाए जाने वाला आंदोलन किसानो का आंदोलन नही था।  इस आंदोलन के पीछे खालिस्तानी सोच, टुकड़े टुकड़े गैंग, टूल किट और देश विरोधी ताकतों का हाथ था।”

प्रभात यादव नाम एक यूजर ने लिखा कि “किधर असर,कौन सा असर? भई अपने अगल-बगल देख के अपनी गलतफहमी दूर कर लो।” सुशील कुमार नाम के यूजर ने लिखा “अब आंदोलन कब से शुरू होगा? लखीमपुर खीरी की कोई भी सीट बीजेपी नहीं हारी।” पंकज राजपूत नाम के यूजर ने लिखा कि “बुलडोजर के डर से ये गर्मी अब नर्मी में केसे बदल गयी और वेसे हमने तो सुना था कि 10 मार्च को ट्रेक्टर मार्च निकलने वाला था। क्या हुआ फ्री का डीजल नहीं मिला क्या इस बार?”

सूर्य प्रकाश नाम के यूजर ने लिखा कि “अगर आप खुल के सामने आए होते तो सामाजवादी की सरकार होती उत्तर प्रदेश में। आपने उतना ही साथ दिया जितना युद्ध के दौरान, यूक्रेन को NATO देश दे रहें हैं।” चौधरी साहब नाम के यूजर ने लिखा कि “टिकैत साहब दिल बड़ा कीजिए और खुलकर बधाई दीजिए योगी आदित्यनाथ जी को उन्हें फिर से यूपी की जनता ने मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाया है।”

युग सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि “किसान आंदोलन ने क्या असर दिखाया है? राकेश टिकैत जी आपने भाजपा को हराने में तो पूरा दम लगा दिया था फिर भी टांय-टांय फिस्स क्यों हो गए आप?” रूपेंद्र कुमार नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा कि “बस बाबा जी, अब थोड़ा बच के रहना, अबकी बार तुम्हारा ही नंबर है क्योंकि तुमने खूब उत्पात मचा रखा है।”

वीरेंद्र मिश्रा नाम के यूजर ने लिखा कि “कुछ पोंगा लोग कह रहे थे कि 13 महीने की ट्रेनिंग दी है देश को, भाई ऐसे अयोग्य ट्रेनर की कोई जरूरत नहीं है, जिनका वोट कोको ले जाए और फिर वापिस दे भी जाए।” आदित्य नाम के यूजर ने लिखा कि “जी साहब असर तो ऐसा दिखाया की 35 साल का रिकॉर्ड ही तोड़ दिया। हम समझते हैं आपकी मुश्किल, लेकिन दिल को समझाने के लिए कुछ तो करना पड़ेगा!”