रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) के साथ स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के पंचम दीक्षांत समारोह में भाग लिया। इस कार्यक्रम में राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया और कहा कि दीक्षान्त समारोह शिक्षा का अन्त नहीं है। सीखने की प्रक्रिया निरन्तर चलती रहती है। जीवन में सफलता और असफलता साथ-साथ चलती रहती है। असफलताओं से डरने के स्थान पर उनसे सीखना आवश्यक है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगले 25 सालों में भारत दुनिया की सबसे बड़ी आर्थिक ‘महाशक्ति’ बनेगा।”

क्या बोले राजनाथ सिंह?

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने कहा कि भारत अगले 25 सालों में दुनिया की सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनेगा और एक ऐसी महाशक्ति बनेगा, जिसके साथ जुड़कर दुनिया के तमाम देश खुद को सुरक्षित महसूस करेंगे। हम ऐसे पहले नंबर पर पहुंचना चाहते हैं जिससे दुनिया के देश डरें नहीं बल्कि सुरक्षित महसूस करें। भारत ही ऐसा देश है जिसने पूरी दुनिया को अपना परिवार माना है।

यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

सोशल मीडिया पर तमाम लोग राजनाथ सिंह के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि रक्षा मंत्री अर्थव्यवस्था पर बोल रहे हैं और FM सेना और बॉर्डर पर भाषण देंगी? @kuldeep0401 यूजर ने लिखा कि तो आपसे भी 25 साल बाद मिलेंगे, बाकी लोगों को मौका देते हैं। @Sunilsh32640883 यूजर ने लिखा कि पिछले 8 साल तक भूतकाल का भ्रमण करवाया और अब भविष्य काल में घुमा रहे हैं। वर्तमान पर कोई बोलता ही नहीं है।

@rishi21505 यूजर ने लिखा कि जिस देश के 80 करोड़ लोग सरकार द्वारा दिए जा रहे 5 किलो अनाज पर निर्भर हों, वो देश दुनिया की सबसे बड़ी “आर्थिक महाशक्ति” कैसे बन सकता है राजनाथ सिंह जी? @Mr_PeeKey यूजर ने लिखा कि इसीलिए इन्हें आने वाले पच्चीस सालों तक रक्षामंत्री बनाते रहें, धन्यवाद। @Bablu87669932 यूजर ने लिखा कि 100 दिन में काला धन आने वाला था 8 साल हो गए, उसकी भी डेट थोड़ा सा आगे पीछे कर दीजिए।

बता दें कि कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह (Rajnath Singh Viral Video) ने आगे कहा कि युवाओं को इस बार के फीफा वर्ल्ड कप से भी सीखना चाहिए। खेल जगत से टीम भावना सबको सीखनी चाहिए। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भी (Narendra Modi) इसी टीम भावना के साथ देश के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत डिजिटल टेक्नॉलजी के क्षेत्र में ग्लोबल मैप पर अपना पहचान बना रहा है। 2014 में जहां भारत में 400 से 500 स्टार्ट अप हुआ करते थे, आज 2022 में हमारे प्रतिभाशाली युवाओं के कारण अस्सी हजार से अधिक स्टार्ट अप हो चुके हैं। यह साधारण उपलब्धि नहीं है।