प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विपक्ष की ओर से लगाए गए भ्रष्‍टाचार के आरोपों को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने खारिज किया है। सिंह ने कहा कि ‘चुनाव में लोगों को गुमराह करने वाली बातें नहीं बोली जानी चाहिए।’ उन्‍होंने नरेंद्र मोदी के लिए कहा, “लंबे समय तक राजनीतिक क्षेत्र में काम करते हुए लोगों ने उन्‍हें देखा है। पांच वर्षों से प्रधानमंत्री के रूप में अपनी जिम्‍मेदारी का निर्वाह कर रहे हैं।”

राजनाथ ने इसके बाद भ्रष्‍टाचार से जुड़े सवाल पर समाचार चैनल टीवी9 भारतवर्ष के कार्यक्रम में कहा, “उनके (मोदी) दामन पर आज तक भ्रष्‍टाचार का कोई दाग नहीं है। और दूसरी चीज वह भ्रष्‍टाचार किसके लिए करेंगे? कौन है? न तो बीवी है, न बच्‍चे हैं, कोई नहीं है। सारा देश ही उनके लिए परिवार है। ऐसा व्‍यक्ति तो प्‍योर होगा ही। जो भी मैंने कहा है, सोच-समझकर कहा है।”

नरेंद्र मोदी ने 2014 के अपने चुनावी हलफनामे में पहली बार पत्‍नी के रूप में जशोदा बेन का जिक्र किया था। इससे पहले मोदी हमेशा मैरिटल स्‍टेटस के कॉलम को खाली छोड़ दिया करते थे। सितंबर 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने सभी प्रत्‍याशियों के हलफनामे को पूरी तरह भरना अनिवार्य कर दिया था। इसी के बाद 2014 में मोदी ने जसोदाबेन को आधिकारिक रूप से पत्‍नी बताया। चुनाव आयोग ने तब चेतावनी भी दी थी कि अगर कोई कॉलम खाली छोड़ा गया तो प्रत्‍याशी का नामांकन रद्द कर दिया जाएगा।

देखें राजनाथ सिंह का यह बयान:

मोदी के चुनावी हलफनामे में पत्‍नी का नाम जाहिर करने के बाद, उनके बड़े भाई सोमभाई मोदी ने एक बयान जारी कर सफाई दी थी। उन्‍होंने मोदी और जशोदा बेन की शादी से जुड़ी परिस्थितियां जनता के सामने रखते हुए ‘हाथ जोड़कर’ अपील की थी कि “नरेंद्र मोदी के वर्तमान हालात और 45-50 साल पहले, बचपन में हुई घटनाओं को जोड़कर न देखें।”

सोमभाई ने कहा था कि ”यह शादी मोदी के बचपन में हुई और एक रस्‍म भर थी क्‍योंकि नरेंद्रभाई पहले ही घर छोड़ चुके थे।