उत्तर प्रदेश चुनाव का चुनाव हो और बाहुबली नेताओं का जिक्र ना हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को लोग बाहुबली नेता कहते हैं। 1993 में राजनीति में उतरे राजा भैया का अपने क्षेत्र में दबदबा आज भी बरकरार है। राजा भैया अवध क्षेत्र के भदरी रियासत के उत्तराधिकारी हैं और राजनीति में काफी सक्रिय रहते हैं।

बाहुबली क्यों है राजा भैया?: राजा भैया से जब सवाल पूछा गया कि लोग आपको बाहुबली क्यों कहते हैं? तो उन्होंने इसपर विस्तार से अपनी बात रखी। द लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में राजा भैया ने कहा कि स्वभाविक सी बात है कि कई मुकदमे रहे हैं लेकिन इस वक्त सिर्फ एक मुकदमा है। वो भी ब्लॉक प्रमुख चुनाव से जुड़ा हुआ। हलफनामे में भी सिर्फ एक ही मुकदमा जाएगा, ये आप देख सकते हैं।

“मायावती के राज में हर मुकदमे में मेरा नाम”: रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने कहा कि सबसे ज्यादा मुकदमे तो मायावती के कार्यकाल में दर्ज हुए। ये सब जानते हैं। बहुत से मुकदमे में ट्रायल फेस करने के बाद बरी हुआ हूं। मायावती के कार्यकाल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आश्चर्यजनक बात तो ये है कि जितने भी मुकदमे उस वक्त कुंडा में लिखे गए, हर मुकदमे में मेरा नाम लिखा गया। यही वजह है कि लोग मेरे ऊपर दर्ज मुकदमे को देखकर बाहुबली कहते हैं।

आपको बता दें कि राजा भैया ने 30 नवंबर 2018 को जनसत्ता दल लोकतांत्रिक नाम की अपनी राजनीतिक पार्टी का गठन किया और अब विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी से प्रत्याशी चुनाव लड़ने जा रहे हैं। खुद राजा भैया ने 1993 में कुंडा व‍िधानसभा से पहला चुनाव लड़ा और तब से लेकर 2017 तक हुए सभी 6 चुनावों में (निर्दलीय) जीतते आ रहे हैं।

2022 में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में प्रतापगढ़ के कुंडा से बीजेपी ने सिंधुजा मिश्रा को टिकट दिया है। इसी सीट से राजा भैया भी चुनाव मैदान में हैं। बीजेपी की तरफ से उन्‍हें सिंधुजा मिश्रा टक्‍कर देंगी। प्रतापगढ़ जनपद की कुंडा सीट पर राजा भैया का दबदबा है। राजा भैया के प्रभाव के कारण कोई भी प्रत्याशी यहां जीत दर्ज नहीं कर पाता।