उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के कुंडा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ ‘राजा भैया’ से हर कोई वाकिफ है। उन्होंने 25 साल की उम्र में ही राजनीति में कदम रखा था, और मात्र इतनी ही उम्र में वह विधायक बन गए थे। तब से वह कुंडा विधानसभा क्षेत्र से लगातार विधायक बनते आए हैं।
बसपा पार्टी को छोड़कर वह उत्तर प्रदेश में बनने वाली हर पार्टी की सरकार के समय मंत्री रह चुके हैं। अपने एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया था कि वह अगर राजनीति में न होते तो सेना में होते, वहीं उन्होंने यह भी बताया था कि उनके पिता से बिना बताए उनकी मां ने उनका दाखिला करा दिया था। एक इंटरव्यू के दौरान जब उनसे सवाल किया गया था कि अगर आप राजनीति में न होते तो क्या करते?
इस सवाल के जवाब में उन्होंने बताया था कि, ‘ सेना में जाने की इच्छा थी हमारी… और क्षेत्र के लोग.. और सब लोगों ने घेर करके सब लोगों ने इच्छा जाहिर की, कि आप को चुनाव लड़ना है। जिसके बाद ही में निर्दलीय चुनाव लड़ने लगा।’ उन्होंने बताया था कि मैं हर बार बड़े हुए नंबरों से ही चुनाव जीतता रहा हूं। जिसे उन्होंने अपने लिए गर्व का विषय बताया था। जब उनसे पूछा गया था कि आपको पहली बार चुनाव लड़ने के लिए किसने कहा था।
इस बारे में उन्होंने बताया था कि घर के लोगों ने नहीं बल्कि बाहर के लोगों ने मुझे चुनाव लड़ने के लिए प्रोत्साहित किया था। बीबीसी को दिए गए एक इंटरव्यू के अनुसार राजा भैया ने अपने निजी जीवन के बारे में बताते हुए कहा था कि उनकी माता ने चुपके से उनका दाखिला स्कूल में करवा दिया था। इंटरव्यू के अनुसार उनके पिता चाहते थे कि उनका बेटा पढ़ाई लिखाई न करें, उन्हें लगता था कि कहीं उनका बेटा पढ़ – लिखकर बुजदिल न बन जाए, लेकिन उनकी माताजी उन्हें शिक्षित करना चाहती थीं। जिसके बाद उन्होंने अपने बेटे का दाखिला इलाहाबाद के एक स्कूल में करा दिया था।
बता दें कि आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राजा भैया अपनी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी को मजबूत करने में लगे हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वह मंगलवार से अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन करने के बाद पूरे प्रदेश में जनसेवा संकल्प यात्रा निकालेंगे। जानकारी के लिए बता दें कि राजा भैया ने 2018 में अपना राजनैतिक दल का गठन किया था। उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान अपने दो उम्मीदवारों को चुनावी दंगल में उतारा था लेकिन उसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। यूपी में हाल में ही हुए पंचायत चुनाव में भी राजा भैया की पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था।