महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे (Raj Thakrey) ने मस्जिद में होने वाली अजान को लेकर एक बयान दिया। जिसके बाद से इस बात को लेकर चर्चा जोरों पर होने लगी। इस मामले को लेकर अब राजनीतिक दल आमने-सामने हो गए हैं। राज ठाकरे ने कहा है कि मस्जिदों में लाउडस्पीकर बजना धार्मिक नहीं बल्कि सामाजिक मुद्दा है। उनके बयान पर यूजर्स ने अपने रिएक्शन दिए हैं।
राज ठाकरे का बयान : MNS प्रमुख ने धमकी भरे अंदाज में कहा है कि 3 मई तक मस्जिदों में लाउडस्पीकर बंद हो जाना चाहिए वरना हम स्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाएंगे। यह एक सामाजिक मुद्दा है, धार्मिक नहीं। इसके साथ उन्होंने राज्य सरकार से कहा कि इस विषय पर उनकी पार्टी पीछे हटने वाली नहीं है, राज्य सरकार को जो भी कदम उठाना हो, वह उठा सकती है।
लोगों के रिएक्शन : चेतन मिश्रा नाम के टि्वटर हैंडल से कमेंट किया गया कि जब इनको महाराष्ट्र में कोई पूछ नहीं रहा है तो इस तरह के संप्रदायिक मुद्दे को उठाकर अपनी छवि बनाने में लगे हुए हैं। संतोष नाम की एक यूजर लिखतीं हैं, ‘ ऐसे लोगों को कानून और संविधान का जरा से भी डर नहीं है। ऐसे लोगों की वजह से ही देश में हिंदू मुसलमान दंगे होते हैं। इस मुद्दे पर देखना होगा कि नरेंद्र मोदी कब तक चुप रहते हैं।
गोपाल नाम के एक यूजर ने राज ठाकरे के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि यह बहुत जरूरी है नहीं तो बांग्लादेश और पाकिस्तान की तरह भारत में भी हिंदू धर्म खत्म हो जाएगा। गुलाम अहमद रजा नाम के ट्विटर यूजर ने कमेंट किया, ‘शायद आपको हनुमान चालीसा का अर्थ सही रूप से पता नहीं है। खैर जब राजनीति की जमीन खिसकने लगती है तो अजान और हनुमान चालीसा का ही सहारा ढूंढा जाता है।’
जानकारी के लिए बता दें कि राज ठाकरे ने ठाणे की उत्तर सभा में राज्य की महा विकास आघाडी सरकार, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी सुप्रीमो शरद कुमार सहित उपमुख्यमंत्री अजित पवार और संजय राऊत पर जमकर निशाना साधा। इसके साथ ही उन्होंने एक विशेष धर्म के लोगों को धमकी देते हुए कहा कि धर्म को अब घर में रखें, रास्ते पर ना लाएं।