‘भारत जोड़ो यात्रा’ (Bharat Jodo Yatra) से कुछ दिन का ब्रेक लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाला नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि स्थल पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान दिल्ली की कड़कड़ाती ठंड में भी राहुल टी – शर्ट (Rahul Gandhi T-shirt) में दिखाई दिए। उनकी इस वायरल तस्वीर (Viral Photo Rahul Gandhi) पर लोग अब तरह – तरह के सवाल कर रहे हैं।
टी – शर्ट में राहुल गांधी की तस्वीर वायरल
भारत जोड़ो यात्रा पर निकले राहुल गांधी टी- शर्ट में ही यात्रा कर रहे हैं। ऐसे में दिल्ली की कड़कड़ाती ठंड में भी राहुल स्वेटर या जैकेट पहने के बजाय केवल एक हाफ टी- शर्ट पहने हुए हैं। जिसपर सोशल मीडिया यूज़र्स (Social Media Users) का सवाल है कि इतनी ठंड में भी कोई टी-शर्ट में कैसे रह सकता है, वहीं कुछ कांग्रेस नेताओं ने भी राहुल गांधी की तारीफ़ करते हुए उन्हें तपस्वी बताया है।
कांग्रेस नेता की फोटो पर लोगों ने पूछे ऐसे सवाल
जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने ट्विटर पर लिखा-सच में राहुल तपस्या कर रहे हैं।इस ठंड में नंगे पांव, महज़ टी शर्ट में, क्या देश को भ्रष्ट ताना शाह से मुक्ति।दिलाने का संकल्प है, ‘हम दो हमारे दो’ से,आज़ादी दिलाने का तपोबल चाहते हैं।
पत्रकार शुभंकर मिश्रा ने कमेंट किया,”इनको ‘ठंड’ नहीं लगती ? आज भी इतनी ठंड में T-Shirt?” पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने फोटो पर लिखा,”ठंड बहुत है,T-शर्ट नहीं पहननी है…सूट-बूट पहनो। एडवाइजरी कब जारी हो रही है?”
पत्रकार रणविजय सिंह ने कमेंट किया, “दिल्ली में 7 डिग्री तापमान है। राहुल गांधी टीशर्ट में हैं.ये मैं क्या देख रहा हूं।” पत्रकार वर्षा सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट से लिखा- दिल्ली में सोमवार से शीतलहर चलने की संभावना है, न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की उम्मीद है और घना कोहरा छाया है….लेकिन ये बंदा राजघाट पर कड़कड़ाती ठंड में टीशर्ट में है, इससे पहले अपने राजनीतिक विरोधियों को सलाम पेश किया..यात्रा कितना कुछ सिखा देती है। पत्रकार बृजेश राजपूत लिखते हैं- भला इनको ठंड क्यों नहीं लगती?
टी- शर्ट के सवाल पर राहुल ने दिया है ऐसा जवाब
‘भारत जोड़ो यात्रा’ में चर्चा का केंद्र बनी अपनी टी-शर्ट को लेकर राहुल गांधी ने कहा था,”पत्रकार मुझसे मेरी टी-शर्ट को लेकर सवाल करते हैं। वे मुझसे पूछते रहते हैं कि मुझे ठंड कैसे नहीं लगती लेकिन वे किसान, मजदूर और गरीब बच्चों से यह सवाल नहीं पूछते, जो गर्म कपड़े जैस चीजें भी नहीं खरीद पाते हैं।”