कांग्रेस सांसद राहुल गांधी मंगलवार को संसद भवन के बाहर एक रिपोर्टर पर भड़क गए। उन्होंने रिपोर्टर पर बुरी तरह बरसते हुए कहा कि आप सरकार की दलाली कर रहे हैं, इसे बंद कर दीजिए। कांग्रेस सांसद के इस बयान पर सोशल मीडिया पर कई पत्रकारों ने अपना गुस्सा जाहिर किया है। इसके साथ ही कई ट्विटर यूजर्स ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
दरअसल राहुल गांधी ने सुबह एक ट्वीट किया था कि 2014 से पहले लिंचिंग शब्द सुनने में भी नहीं आता था। धन्यवाद मोदी। इसी को लेकर रिपोर्टर ने उनसे पूछा तो उन्होंने सख्त तेवर में कहा कि देखिये मैंने आपको पहले भी कहा है… सरकार की दलाली मत करो। इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और शिवसेना के संजय राउत ने उनको शांत किया और वहां से चलने को कहा।
इस वीडियो को लेकर पत्रकार सुशांत सिन्हा ने लिखा कि राहुल गांधी न सिर्फ अंड-बंड बोलते हैं बल्कि सबसे ज़्यादा झूठ बोलने वाले नेता हैं। उनके पास कोई और तरीक़ा ही नहीं तार्किक सवालों से बचने का सिवाय कि वो सामने वाले को दलाल बोल कट लें। गोदी मीडिया नाम का प्रोपैगैंडा भी इसीलिए चलाया गया ताकि जब जवाब न हो, बिकने का आरोप लगाकर कट सको। पत्रकार अमन चोपड़ा ने लिखा – जो ‘दरबारी’ नहीं वो दलाल कहलाएगा।
बीजेपी नेता विकास प्रीतम सिन्हा ने कमेंट किया कि राहुल गांधी से सवाल पूछना सरकार की दलाली करना है। बंद घड़ी बीच लिए उपयोगी है कि वह 24 घंटे में दो बार सही समय बताती है, पर यह आदमी इस ग्रह का सबसे यूजलेस आइटम है। रंजीत राय नाम के एक यूजर लिखते हैं कि क्या ही गलत बोला है इन्होंने… जब भी टीवी खोलो तो सत्ता की चाटुकारिता ही तो चलती रहती है।
राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि क्या सोनिया, प्रियंका और कांग्रेस की यही सोच है। उन्होंने जिस प्रकार मीडिया के लिए ऐसे शब्द का इस्तेमाल किया है वह एक बार फिर से आपातकाल की याद दिलाता है। राहुल को अपने बयान पर मीडिया से माफी मांगनी चाहिए।जानकारी के लिए बता दें कि विपक्षी नेताओं के साथ राहुल गांधी ने अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग को लेकर पैदल मार्च निकाला था।