सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मीडिया को बाइट देने से पहले अपने साथियों से सलाह लेते दिख रहे हैं। मीडिया से बात करने के दौरान उनके साथ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित कई अन्य नेता भी मौजूद थे। राहुल गांधी मीडिया से कुछ कहते, उससे पहले उन्होंने आजाद और ज्योतिरादित्य से बात की। दोनों ने उनसे कुछ कहा। इस वीडियो के वायरल होने पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस अध्यक्ष पर ताना मारा है। ईरानी ने ट्वीट किया, “आजकल सपना दिखाने के लिए भी ट्यूशन लेनी पड़ती है ???” उनके अलावा भाजपा महिला मोर्चा की सोशल मीडिया प्रभारी प्रीति गांधी ने भी कटाक्ष करते हुए कहा, “यह आदमी खुद से बयान भी नहीं दे सकते। आप देख सकते हैं कि वे अपने सहयोगियों से सलाह ले रहे हैं। और इनका सपना प्रधानमंत्री बनने का है।”
आजकल सपना दिखाने के लिए भी ट्यूशन लेनी पड़ती है ??? pic.twitter.com/Z6ZL3MOQhq
— Smriti Z Irani (@smritiirani) December 18, 2018
This man can’t even give a statement on his own… See him getting actually tutored by his subordinates!! And he daydreams of becoming the Prime Minister!! pic.twitter.com/pakpy63RH2
— Priti Gandhi (@MrsGandhi) December 18, 2018
हालांकि, स्मृति ईरानी के ताना मारने पर राहुल गांधी के समर्थकों ने उनकी जमकर खिंचाई की। एक ट्वीटर यूजर यश ने लिखा, “इसे ट्यूशन नही कहते ,अब आप को क्या पता टीम वर्क क्या होता है आप की पार्टी में तो सब कुछ मोदी और शाह के तय करते है और उस का ही नतीजा है 3 राज्यों में हार। आप को किस योग्यता पर मोदी जी ने मंत्री बना दिया यह तो आप ही जानती है।”
इसे ट्यूशन नही कहते ,अब आप को क्या पता टीम वर्क क्या होता है आप की पार्टी में तो सब कुछ मोदी और शाह के तय करते है और उस का ही नतीजा है 3 राज्यों में हार
आप को किस योग्यता पर मोदी जी ने मंत्री बना दिया यह तो आप ही जानती है— Yash (@puriyash41) December 18, 2018
वहीं, एक और कांग्रेस समर्थक ने स्मृति ईरानी को जवाब देते हुए लिखा, “अब इसको ट्यूशन बोलिये या कुछ और देखकर तो यही लगता है कि वो सबकी बात और राय सुनकर, सोच समझकर कुछ भी कहते या करते हैं, नेता तो ऐसा ही चाहिए वरना नोटबन्दी जैसी बेवकूफी कर बैठता है आदमी। और वैसे मोदीजी कब कर रहे हैं अगली…मेरा मतलब पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस?”
अब इसको ट्यूशन बोलिये या कुछ और देखकर तो यही लगता है कि वो सबकी बात और राय सुनकर, सोच समझकर कुछ भी कहते या करते हैं, नेता तो ऐसा ही चाहिए वरना नोटबन्दी जैसी बेवकूफी कर बैठता है आदमी।
और वैसे मोदीजी कब कर रहे हैं अगली…मेरा मतलब पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस?
— Scotchy (@scotchism) December 18, 2018
एक अन्य यूजर ने लिखा, “किसी को पूछने में खुद को ओछा समझने वाले लोगों को ही अहंकारी कहते हैं। अहंकारी का ये सबसे बड़ा भ्रम होता है कि को खुद को दूसरों से ज्यादा ज्ञानी समझता है और उसका दिखावा करने की गलती करता है। तभी उसका पतन भी निश्चित हो जाता है!”
किसी को पूछने में खुद को ओछा समझने वाले लोगों को ही अहंकारी कहते है!अहंकारी का ये सबसे बड़ा भ्रम होता है कि को खुद को दूसरों से ज्यादा ज्ञानी समझता है और उसका दिखावा करने की गलती करता है!तभी उसका पतन भी निश्चित हो जाता है!
— RAMESH SHAHA (@RAMESHSHAHA) December 18, 2018
बता दें कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की नई सरकारों द्वारा किसानों की कर्ज माफी का फैसला किए जाने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, “पूरे देश के किसानों का कर्ज माफ करवाने के लिए मोदी सरकार पर ‘दबाव डाला’ जाएगा और जब तक यह नहीं हो जाता तब तक वह ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चैन से सोने नहीं देंगे।’ अगर नरेंद्र मोदी सरकार पूरे देश के किसानों का कर्ज माफ नहीं करती है तो केंद्र में सरकार बनने के बाद कांग्रेस ‘गारंटी के साथ’ यह करके दिखाएगी। चुनाव प्रचार के दौरान मैंने अपने भाषणों में कहा था कि मुख्य लड़ाई यह है कि एक तरफ गरीब जनता, छोटे दुकानदार हैं और दूसरी तरफ 15-20 उद्योगपति हैं। मोदी जी ने साढ़े चार साल में आम लोगों का पैसा लेकर 15-20 उद्योगपतियों की जेब में डाला है। सभी पार्टियां मिलकर नरेंद्र मोदी से किसानों का कर्ज माफ करवाकर मानेंगे।”