संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में दोनों सदनों में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान को लेकर हंगामा मचा हुआ है। भाजपा के सांसद माफी की मांग को लेकर अड़े हैं। वहीं विदेशी दौरे से भारत लौटे राहुल गांधी संसद भवन पहुंचे तो पत्रकारों ने उनसे सवाल पूछा लेकिन उन्होंने बिना जवाब दिए ही संसद भवन के अन्दर चले गए। हालांकि सदन की कार्रवाई 17 मार्च तक के लिए स्थगित है लेकिन राहुल गांधी के संसद भवन पहुंचने के बाद वीडियो पर कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने तंज कसा है।
क्या बोलीं कांग्रेस की नेता?
विदेश से स्वदेश वापस लौटे राहुल गांधी के संसद भवन पहुँचने से पहले ही माफी की मांग को लेकर सदन में जमकर हंगामा हुआ, दोनों सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी गई। कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से राहुल गांधी के सदन पहुंचने का वीडियो शेयर कर लिखा गया कि शेर संसद में…! इस पर कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि शेर संसद पहुंच चुका है, गीदड़ों की फ़ौज हुआं हुआं करने के लिए तैयार हो जाओ।
सोशल मीडिया पर लोग इस पर तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं।
@alok_zordar यूजर ने लिखा कि संसद में तो इनको बोलने नहीं दिया जाता – आपके अनुसार और आपके शेर के अनुसार! आप इतनी बकवास कर कैसे लेती हैं आपकी इस सफलता का राज क्या है? प्रमोद तिवारी नाम के यूजर ने लिखा कि आप खुद दूसरों के लिए भाषा और मर्यादा का ख्याल नहीं रखती हैं तो फिर आपके नेता के लिए भी वैसा ही जबाब मिलेगा। @sid_up007 यूजर ने लिखा कि मुझे लगा कि ये इंसान है लेकिन आप तो इनको जानवर बनाने पर तुली हैं।
@Real_pawan1 यूजर ने लिखा कि इसका माइक बंद कर दिया जाता है तो ये संसद क्या मुजरा करने के लिए जाते हैं। एक यूजर ने लिखा कि शेर को शेर बोलना नहीं पड़ता है। @ToleyShriram यूजर ने लिखा कि शेर कभी भी किसी से सहायता और सहयोग नहीं मांगता लेकिन ये तो ब्रिटेन, अमेरिका के स्थान विशेष में जाकर सहायता मांग रहे थे। आदित्य शुभम नाम के यूजर ने लिखा कि प्रवक्ताओं को क्या हो गया है। भाषा का इतना स्तर गिरा लिया है कि उनके अपने लोग भी सुनें तो शर्मसार हो जाएं।
बता दें कि राहुल गांधी ने कहा था कि प्रेस, न्यायपालिका, संसद और चुनाव आयोग सभी खतरे में हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि संसद में विपक्षी नेताओं के माइक बंद कर दिए जाते हैं, आवाज को दबाने का प्रयास किया जाता है। इस पर भाजपा के सांसदो, सभापति ने इसका विरोध किया था। राहुल गांधी के इसी बयान के बाद सदन में माफ़ी की मांग हो रही है।