कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 14 अगस्त को एक सब्जी विक्रेता से मुलाकात की है। सब्जी विक्रेता का नाम रामेश्वर बताया गया, जिन्हें सोशल मीडिया पर लोग रामेश्वर जी कहकर संबोधित कर रहे हैं। रामेश्वर जी ने एक इंटरव्यू में राहुल गांधी से मिलने की इच्छा जताई थी, इसके बाद राहुल गांधी ने उन्हें मिलने के लिए बुलाया और उनके साथ लंच किया और बातचीत की। हालांकि अब अमित मालवीय ने इस पर सवाल उठाया है।

अमित मालवीय ने उठाया सवाल

भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने रामेश्वर जी और राहुल गांधी के बीच हुई मुलाकात की तस्वीर शेयर कर लिखा है, ‘आप अपने घर आये किसी गरीब से माइक लगा कर तभी बात करते और मिलते हैं जब आप उसकी गरीबी का शोषण करना चाहते हैं।’ इतना ही नहीं, एक अन्य ट्वीट कर अमित मालवीय ने कहा, ‘गांधी परिवार ने गरीबों के नाम पर खूब राजनीति की, पर गरीबों के लिए कभी कुछ किया नहीं।’

‘रामेश्वर जी नये कलावती हैं?’

अमित मालवीय ने सवाल उठाया कि आज हिंदुस्तान में कांग्रेस पार्टी के गुर्गों को छोड़कर राहुल गांधी से कौन मिलना चाहता? रामेश्वर जी का वीडियो वायरल होने के तुरंत बाद ही राहुल गांधी, जो अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से भी नहीं मिलते, रामेश्वर जी से मिलते हैं। यह सब सिर्फ संयोग है या फिर रामेश्वर जी नये कलावती हैं? एक और गरीब का सम्मान राहुल गांधी की सत्ता की भूख के भेंट चढ़ गया।

सोशल मीडिया पर अन्य लोगों की प्रतिक्रियाएं

भाजपा विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने लिखा, ‘हे भगवान,देश बेंचने वालों ने बेचारे गरीब रामेश्वर जी को भी बेंच दिया, अपनी ओछी राजनीति के लिए, जिन्हें खाने पर बुलाते हैं, उन्हें ऐसे कालर माइक लगा भुनाता है क्या भला कोई।’ कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने लिखा, ‘भारत के स्वतंत्रता दिवस का सबसे बड़ा सेलेब्रेशन है यह। राहुल जी ने सब्ज़ी बिक्रेता रामेश्वर जी को बुलाकर उनके साथ अपने डाइनिंग टेबल पर भोजन किया।’

वहीं राहुल गांधी ने रामेश्वर जी से मुलाकात करने के बाद ट्विटर पर लिखा, “रामेश्वर जी एक ज़िंदादिल इंसान हैं। उनमें करोड़ों भारतीयों के सहज स्वभाव की झलक दिखती है। विपरीत परिस्थितियों में भी मुस्कुराते हुए मजबूती से आगे बढ़ने वाले ही सही मायने में ‘भारत भाग्य विधाता’ हैं।”