सूरत की निचली अदालत के फैसले को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सूरत की सेशंस कोर्ट ने जमानत दे दी है। इस मामले में अब 13 अप्रैल को अगली सुनवाई होगी। राहुल गांधी को मिली जमानत के बाद ट्विटर पर राहुल गांधी ने एक अपनी तस्वीर शेयर कर एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि ये ‘मित्रकाल’ के विरुद्ध, लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है। इस संघर्ष में, सत्य मेरा अस्त्र है, और सत्य ही मेरा आसरा! राहुल गांधी के इस ट्वीट पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी जवाब दिया है।

कांग्रेस महासचिव ने दिया ये जवाब

कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने राहुल गांधी के ट्वीट पर जवाब देते हुए रामधारी सिंह दिनकर की एक कविता लिख है, “सूरमा नहीं विचलित होते, क्षण एक नहीं धीरज खोते, विघ्नों को गले लगाते हैं, काँटों में राह बनाते हैं।” कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा कि सत्य और साहस है जिसके मन में, अंत में जीत उसी की है। कांग्रेस नेता श्रीनिवास बी वी ने लिखा कि “काल नहीं है डर तेरा, कर्म है अमर तेरा, रण ही सफर तेरा, रथ ही है घर तेरा, तेरी चोट तेरी शान है, तू योद्धा महान है” कायर तानाशाह हारेगा, सच्चाई की जीत होगी।

आ रहे ऐसे रिएक्शन

केंद्रीय मंत्री दर्शन जर्दोश ने लिखा कि कांग्रेस के बुद्धिजीवी वर्ग में से कोई इन्हें बताये कि ये OBC समाज के ख़िलाफ़ निम्न स्तर की बयानबाज़ी के लिए कोर्ट में हैं ना कि देश के लिये। इनकी यह नौटंकी अब पूरा देश जान चुका है। @surindar1 यूजर ने लिखा कि लोकतंत्र बचाने की नहीं खुद को बचाने की तैयारी कर रहे हो राहुल गांधी जी। @parmod_vij यूजर ने लिखा कि लोकतंत्र का गला घोंटने वाले (आपातकाल लगाने) अपने “चाइना मित्रकाल” पर चुप्पी साध लेते हैं! झूठ बोलना जिनकी फितरत हैं, वे सत्य पर प्रवचन देते अच्छे नहीं लगते। आपके नाटक को जनता अच्छे से समझती है।

सुमित मिश्रा नाम के यूजर ने लिखा कि ये शायरी आपको कहीं ले ना डूबे, थोड़ा सचेत रहना जरूरी है। एक अन्य यूजर ने लिखा कि तपस्या में कोई कमी रह गई थी, क्योंकि राहत मिलती तो नहीं दिखाई दे रही है। एक ने यूजर ने लिखा कि तीन राज्य के सीएम, तमाम कार्यकर्ताओं को लेकर राहुल गांधी कोर्ट पहुंचे, परिणाम क्या निकला…अगली तारीख? श्याम नारायाण नाम के यूजर ने लिखा कि क्या राहुल गांधी इसके लिए माफ़ी मागेंगे? या फिर ये सब बस ऐसे ही चलता रहेगा।

बता दें कि राहुल गांधी के साथ बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी सूरत पहुंची थीं। साथ ही कांग्रेस शासित तीन राज्यों के मुख्यमंत्री और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी गुजरात पहुंचे थे। गौरतलब है कि सूरत की अदालत ने मोदी सरनेम को लेकर राहुल गांधी की ओर से की गई एक टिप्पणी पर दायर आपराधिक मानहानि के मुकदमे में 23 मार्च को दोषी करार देते हुए दो साल के कारावास की सजा सुनाई थी। इसके चलते राहुल गांधी की सदस्यता रद्द हो गई थी।