कानपुर कांड पर यूपी सरकार में महिला कल्याण मंत्री प्रतिभा शुक्ला के पति व बीजेपी नेता अनिल शुक्ला वारसी ने एक बयान दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं में आग लगाने की टेंडेंसी होती है। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया तो लोग उन्हें ट्रोल करते हुए कई तरह के सवाल करने लगे।

बीजेपी नेता अनिल शुक्ला ने कही यह बात

कानपुर कांड पर दैनिक भास्कर से बात करते हुए बीजेपी नेता अनिल शुक्ला ने कहा,”महिलाओं की आग लगाने की टेंडेंसी होती है। वो जल्दी आग लगाने के लिए उत्सुक हो जाती हैं। उनका भी कोई मरने का इरादा नहीं था। वो चाहती थी कि हम ये करेंगे तो ये लोग भाग जाएंगे। लेकिन बड़ा हादसा हो गया।”

इसके साथ उन्होंने कहा कि बात आज की नहीं है, आगे भी इस तरह की घटनाएं होंगी। कोई गैर-कानूनी काम होता है और उस पर कोई मर जाता है तो क्या प्रशासन और कानून को इतना ज्यादा खत्म कर देना चाहिए कि वह सही डिसीजन नहीं ले पाए?” जानकारी के लिए बता दें इससे पहले महिला कल्याण मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने इस घटना पर बेबसी जताते हुए कहा था कि प्रदेश में महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है। हम अपनी मां-बेटी को नहीं बचा पा रहे।

सपा ने उठाये सवाल

अनिल शुक्ला के इस वायरल वीडियो पर सपा के सोशल मीडिया हैंडल से लिखा गया,”भाजपा शासित योगी सरकार में मंत्री और उनके पति का कहना है कि महिलाएं आग लगाने में एक्सपर्ट/टेंडेंसी होती हैं इसीलिए आग लगा लेती हैं। ये वही मंत्री महोदया और उनके पति हैं जिन्होंने ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष को जूते चप्पल से पिटवाया और मां बहन की गालियां खिलवाईं। योगी सरकार और उनके मंत्रियों में तनिक भी मानवता और तमीज नहीं बची है? भाजपा सरकार में मंत्री और विधायक पदों का मजा ले रहे सभी ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधि/नेता योगी जी के दबाव में सच कहने तक का साहस नहीं जुटा पा रहे शर्म है कि इन सबने बेच खाई है?”

@dileepsinghlive नाम के एक यूजर ने लिखा कि BJP नेता का शर्मनाक बयान। @pathakalok68 नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया,”संवेदनहीनता की पराकाष्ठा। @IamJingoist नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि हां तो भक्तों, अब सावधान रहना अपने घर की महिलाओं (माँ/पत्नी/बेटी/बहन) से.. जाने कब आग लगा दें। @STrivedi_LT नाम के एक ट्विटर यूजर लिखते हैं- सविंधान में बदलाव का वक़्त आ गया। ऐसा नियम होना चाहिए कि नेता बनने के लिए IAS और PCS से भी कठिन परीक्षा हो। ये देश को चलाते है तो इनका शिक्षित होना आवश्यक है।