प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाल टोपी वाले बयान पर सियासी हलचल थमने का नाम नहीं ले रही है। इसको लेकर राजनैतिक पार्टियों का वार – पलटवार शुरू हो गया है। आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पीएम नरेंद्र मोदी की काली टोपी पहने एक फोटो शेयर करते हुए लिखा कि मोदी जी काली टोपी वालों का दिल और दिमाग दोनों काला होता है।

संजय सिंह के इस बयान पर यूपी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पलटवार किया। उन्होंने कहा, ” नगर निगम क्षेत्र की सरकार चलाने वाले लोगों को यूपी में एंट्री नहीं मिलेगी। उनके यहां आने का कोई मतलब नहीं है। जो लोग यूपी के मैदान में हैं जैसे सपा, बसपा और राजद… इन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव में गठबंधन करके देख लिया। जनता बीजेपी, नरेंद्र मोदी और कमल फूल के साथ है।”

उन्होंने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि 2017 के पहले उत्तर प्रदेश दंगा प्रदेश बन गया था। अपराधियों को संरक्षण, गरीबों के साथ दुर्व्यवहार, लोगों का हक लूट लेने वाला और विकास के कार्यों में डाका डालने वाला प्रदेश बन गया था। वह लाल टोपी है। उसी लाल टोपी के खतरे से बचने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के लोगों को आगाह किया है।

उन्होंने कहा कि यूपी वैसे भी सतर्क है लेकिन पीएम की बातों से और सतर्क हो गया। रेड अलर्ट का मतलब यही है कि समाजवादी पार्टी और उनके गठबंधन से बचे रहो। जो पार्टी आपको सुशासन दे रही है उसके साथ ही आप रहो। गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने यूपी के गोरखपुर में समाजवादी पार्टी को लेकर कहा था कि अपनी तिजोरी भरने और आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने के लिए सत्ता चाह रहे ‘लाल टोपी’ वाले लोग उत्तर प्रदेश के लिए ‘खतरे की घंटी’ हैं।

बता दें कि अखिलेश यादव ने पीएम मोदी के इस बयान पर कहा कि भाजपा के लिए ‘रेड एलर्ट’ है महंगाई का, बेरोज़गारी-बेकारी का, किसान-मज़दूर की बदहाली का, हाथरस, लखीमपुर, महिला व युवा उत्पीड़न का, बर्बाद शिक्षा, व्यापार व स्वास्थ्य का और ‘लाल टोपी’ का क्योंकि वो ही इस बार भाजपा को सत्ता से बाहर करेगी। इसके साथ ही सपा सांसद जया बच्चन ने भी पीएम मोदी के बयान पर कहा है कि लाल टोपी यूपी में बीजेपी के लिए रेड अलर्ट है।