प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुद्धवार 12 अप्रैल को राजस्थान की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह जयपुर और दिल्ली कैंट के बीच चलेगी। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली जुड़े हुए थे जबकि रेल मंत्री और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत तमाम लोग कार्यक्रम स्थल पर मौजूद थे। सीएम अशोक गहलोत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी से मांग की तो पीएम मोदी ने कहा कि आपने मुझपर भरोसा जताया है, इसके लिए मैं आभारी हूं। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने जो कहा, उसे सुनकर लोग पूछ रहे हैं कि पीएम मोदी ने तारीफ़ की है या खिंचाई।

सीएम अशोक गहलोत ने की ये मांग

राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि तीन जिले हैं, बांसवाड, टोंक और करौली। जो जिला मुख्यालय होने के बाद भी रेलवे का कनेक्शन नहीं है। अगर आपका आशीर्वाद मिलेगा और अश्विनी वैष्णव जी संकल्प लेकर जायेंगे तो मेरा मानना है कि राजस्थान के बचे हुए भागों की मांग पूरी होगी और राजस्थान के विकास में रेलवे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाएगा।

पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

अशोक गहलोत की मांग के जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी के तुरंत बाद जो काम होना चाहिए था, अब तक नहीं हो पाया लेकिन आपका मुझपर भरोसा है और आपने वो मांग मेरे सामने रखा है। यही मेरी मित्रता की अच्छी ताकत है और एक मित्र के नाते आपने जो भरोसा रखा है, उसके लिए मैं आपका बहुत धन्यवाद देता हूं। वहीं पीएम मोदी राजस्थान में कांग्रेस की हलचल पर चुटकी लेते हुए कहा है कि अशोक गहलोत जी का विशेष आभार प्रकट करता हूं कि वह अनेक राजनीतिक संकटों से गुजर रहे हैं। इसके बावजूद भी विकास के काम में शामिल हुए, इस कार्यक्रम में शामिल हुए, मैं उनका अभिनंदन करता हूं। आपके दोनों हाथ में लड्डू है। आपके रेल मंत्री राजस्थान हैं और रेलवे चेयरमैन भी राजस्थान है।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

अमित मालवीय ने वीडियो शेयर कर लिखा कि अशोक गहलोत सोच रहे होंगे की मैंने ये विषय ही क्यों उठाया? @lkantbhardwaj यूजर ने लिखा कि कहो अशोक गहलोत जी कैसे रही। ये मोदी जी हैं। एक अन्य यूजर ने लिखा कि मोदी जी भी पूरा आनंद लेते हैं वैसे! वंदे भारत ट्रेन के उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने सीएम अशोक गहलोत पर क्या चुटकी ली। @JugalSharmabjp यूजर ने लिखा कि अशोक गहलोत जी भी भलीप्रकार से जानते हैं कि काम तो मोदी जी ही करेंगे।

@dr_sinhal यूजर ने लिखा कि लोकतंत्र को आप लोग छोटा करने का प्रयास कर रहे हैं। लोकतंत्र का मतलब आपसी संवाद, केंद्र सरकार से मांगना राज्य सरकार का हक है। यह तो गहलोत जी का बड़प्पन देखिए कि वह मोदी जी से बात कर रहे हैं। कुछ मुख्यमंत्री तो मोदी जी के साथ मंच भी साझा नहीं कर रहे हैंl @drkumarpmch2000 यूजर ने लिखा कि मोदी जी को हटा के किसी और को प्रधानमंत्री बना दो, तब उसी से गहलोत जी काम करने के लिए बोलेंगे। इतना अहंकार मत पालो।