पांच राज्यों में भाजपा की हार के बाद सोशल मीडिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित की चाय बेचने वाली तस्वीर वायरल हुई है। चुनाव में भाजपा को तीन राज्यों में सत्ता गंवानी पड़ी जबकि कांग्रेस ने ये तीनों राज्य जीते हैं। बताया जाता है कि कांग्रेस की जीत के बाद एक कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं ने मोदी और शाह को चाय बेचने वाला दिखाया। इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे की बेटी और महाराष्ट्र के शोलापुर से विधायक परिणीति शिंदे भी मौजूद थीं। मोदी की चाय बेचने वाली तस्वीर वायरल होने पर इसे प्रधानमंत्री पद का अपमान करार देने वाला बताया गया। खुद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी यह तस्वीर शेयर की। इसमें उन्होंने कांग्रेस के जश्न मनाने के तरीके पर निशाना साधा। स्मृति ईरानी ने एक ट्वीट में लिखा कि प्रधानमंत्री ने अपने करियर की शुरुआत बहुत साधारण तरीके से की। आज के इस घमंड भरे जश्न में मेहनती लोगों के प्रति वह मानसिकता सामने आ गई जो नफरत करती है। अभी तो सिर्फ 24 घंटे हुए हैं।
बता दें कि विधानसभा चुनाव में जीत के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें सिखाया कि ‘क्या नहीं करना चाहिए’ और उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार से भी ‘काफी कुछ सीखा।’ राहुल ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री को विशाल जनादेश मिला था, लेकिन उन्होंने ‘देश की धड़कन’ सुनने से इनकार कर दिया। हिंदी भाषी राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के फिर से उदय के बाद एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, ‘मैं कल अपनी मां से बात कर रहा था और मैं उनसे कह रहा था कि मेरे लिए सबसे अच्छी बात कुछ हुई है तो वह है 2014 का (लोकसभा) चुनाव। मैंने उस चुनाव से काफी कुछ सीखा है।’
Humble beginnings marked the journey of our PM. Today in an arrogant celebration, a mindset that abhors hardworking individuals comes to the fore. और अभी तो सिर्फ़ 24 घंटे हुए हैं। https://t.co/5e4tGHV3GR
— Smriti Z Irani (@smritiirani) December 12, 2018
राहुल (48) ने कहा कि 2014 के चुनाव से उन्हें जो सबसे अहम चीज सीखने को मिली, वह ‘विनम्रता’ है। उन्होंने कहा, ‘यह एक महान देश है और इस देश में सबसे अहम चीज है कि लोग क्या मानते हैं।’ कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि एक नेता के तौर पर यह समझना होता है कि लोग क्या महसूस कर रहे हैं और वह जिस चीज को महसूस करते हैं, उससे जुड़ाव पैदा करना होता है। उन्होंने कहा, ‘बेबाकी से कहूं तो नरेंद्र मोदी जी ने मुझे सबक सिखाया कि क्या नहीं करना चाहिए।’ (एजेंसी इनपुट सहित)


