प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में केन्द्र सरकार ने रक्षा, फार्मा, नागरिक उड्डयन, भारत में बने खाद्य पदार्थों में 100 फीसदी विदेशी निवेश को मंजूरी दे दी है। इस फैसले की खबर आते ही सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर प्रधानमंत्री मोदी का चार साल पुराना ट्वीट वायरल हो गया। तब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री और यूपीए-2 द्वारा FDI लाए जाने का विरोध करने वालों में सबसे आगे थे।
मोदी ने अपने ट्वीट में आरोप लगाया था कि “कांग्रेस सरकार FDI के जरिए विदेशियों को देश दे रही है। ज्यादातर पार्टियों ने FDI का विरोध किया मगर CBI की धार की वजह से कुछ ने वोट नहीं दिया और कांग्रेस बैक डोर से जीत गई!” मोदी के इस ट्वीट को अब तक 1,700 से ज्यादा बार रिट्वीट किया जा चुका है।
Congress is giving nation to foreigners. Most parties opposed FDI but due to sword of CBI, some didn't vote & Cong won through back door!
— Narendra Modi (@narendramodi) December 5, 2012
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सरकार द्वारा जारी की गई एक रिलीज के अनुसार, नवंबर 2015 के बाद मोदी सरकार का यह दूसरा बड़ा सुधार है। Twitter पर मोदी सरकार के इस कदम पर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
Hello government,
How about renaming FDI to Monetary Overseas Direct Investment? You may like the acronym.— Ramesh Srivats (@rameshsrivats) June 20, 2016
100% FDI in defence is just word play… allowed since UPA under approval route for "state of art tech". Now allowed for "modern tech". Wow!
— Ajai Shukla (@ajaishukla) June 20, 2016
After 68 years of socialist policies that've kept Indians poor, India finally a relatively open economy. Growth, jobs set to surge #FDI
— Minhaz Merchant (@MinhazMerchant) June 20, 2016