तेलंगाना में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी (Pm Narendra Modi In Telangana) ने विपक्ष पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने शनिवार(12 नवंबर, 2022) को कहा कि तेलंगाना के लोगों ने जिस राजनीतिक पार्टी पर सबसे ज्यादा भरोसा किया। उसी पार्टी ने तेलंगाना के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात किया। जब अँधेरा बढ़ता है, कमल खिलना शुरू हो जाता है। इतना ही नहीं, पीएम मोदी ने कहा कि अब मुझे लोग 2-3 किलो गालियां देते हैं।
पीएम मोदी (PM Modi Speech) ने कहा कि रोजाना दो से तीन किलो गालियां मिलती हैं लेकिन शरीर की बनावट ऐसी है कि ये गालियां उनको ऊर्जा देती हैं। शरीर इन गालियों को पोषण में तब्दील कर देता है। उनका कहना था कि कुछ लोग निराशा के चलते उनके साथ ऐसा व्यवहार करते हैं। लेकिन इन चीजों को गंभीरता से लेने की कोई खास जरूरत नहीं। उन्होंने कहा कि अगर मुझे और बीजेपी को गाली देने से तेलंगाना के हालात और लोगों के जीवन में सुधार होता है तो हमें गाली देना जारी रखे।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
तान्या यादव ने लिखा कि पीएम मोदी के आलोचकों को अक्सर कहा जाता है कि उनके पद की गरिमा का ध्यान रखें। आलोचक भला क्या करें? पीएम को ही इसका ध्यान नहीं है। मीडिया अटेंशन पाना इतना जरूरी है कि ये सब बोल दे रहे हैं- “मैं इसलिए नहीं थकता क्योंकि मैं दिन में 2-3 किलो ‘गाली’ खाता हूं”। रणविजय सिंह ने लिखा कि 2018 में PM मोदी 1 किलो गाली खाते थे, 2022 में PM मोदी 3 किलो गाली खाते हैं। ये उनके ऊर्जा का स्त्रोत है।
निगार प्रवीण ने लिखा कि पीएम मोदी कह रहे हैं कि मैं इसलिए नहीं थकता क्योंकि मैं दिन में 2-3 किलो ‘गाली’ खाता हूं, बताइए लोग मशरूम खाने का झूठा आरोप लगाते हैं। युवा राजद की तरफ से लिखा गया कि यह मोदी जी की ही नोबेल पुरस्कार दिला देने वाली खोज है कि गाली खाने से थकान नहीं होती! तो देशवासियों के लिए उनकी क्या सलाह है? उनकी तरह रोज गाली खाने वाले काम करें?
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे गाली देकर किसी की जिन्दगी में सुधार हो रहा है तो दीजिये लेकिन अगर मेरे विपक्ष को लगता है कि वह तेलंगाना के लोगों को गाली दे सकता है तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास हमारे लिए 24 घंटे, सातों दिन, 12 महीने, पूरे देश में चलने वाला मिशन है। हम एक प्रोजेक्ट का लोकार्पण करते हैं तो अनेक नए प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर देते हैं।
