प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धनतेरस के दिन 22 अक्टूबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मध्य प्रदेश के 4.5 लाख लोगों के घरों का उद्घाटन किया। इन घरों को प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) के तहत सरकार ने बनवाया है। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि साढ़े चार लाख भाई-बहनों के लिए नए जीवन की शुरूआत हो रही है, जिनके पास संसाधन होते थे उनके लिए धनतेरस होती थी। आज देश के गरीब भी धनतेरस के दिन घर प्रवेश कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने क्या कहा?
पीएम मोदी ने कहा कि पहले टैक्सपेयर को लगता था उसके टैक्स से फ्री की रेवड़ी बांटी जा रही है। इस तरह के काम को देख कर देश का टैक्सपेयर भी खुश होता है। बहुत सारे टैक्सपेयर ने मुझे पत्र लिखे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि टैक्स पेयर जब देखता है कि उससे वसूले गए रुपयों से मुफ़्त की रेवड़ी बांटी जा रही है तो वह दुखी होता है। पीएम मोदी के इस बयान पर सोशल मीडिया पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
आप नेता राजेश शर्मा ने लिखा कि इन साहब को क्या यह नहीं पता कि इस देश का एक-एक व्यक्ति टैक्स पेयर है। गरीब से गरीब व्यक्ति भी और तो और एक भिखारी भी टैक्स देता है और उन पैसों से ये साहब अपने दोस्तों का लाखों करोड़ का कर्ज़ माफ कर देते हैं। अपने उद्योगपति दोस्तों के टैक्स माफ करना क्या रेवड़ी बाँटना नहीं है? राजा राम सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि प्रधानमंत्री जी आपकी यह शैली दुनिया मे अनूठी है, आप सभी कृत्य करते हैं और दोष दूसरे पर थोप देते हैं, खुद रेवडी बांट रहे और दोषी दूसरे को बना रहे हैं।
राजीव गुलाटी नाम के यूजर ने लिखा कि एक दम सही बोले सर, टैक्सपेयर का पैसा जनता में ही बंटना चाहिए। फ्री की रेवड़ी अडानी ,अंबानी, नीरव मोदी, विजय माल्या को नहीं मिलनी चाहिए। श्याम मिश्रा ने लिखा कि पर टैक्स पेयर की खुशी का उस वक्त कोई ठिकाना नहीं रहता जब वो देखता है कि जवानों की पेंशन छीन कर हमारे नेता खुद टैक्स पेयर के पैसों से दो-तीन पेंशन लेकर मौज उड़ा रहे हैं।
बता दें कि पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश के 4.5 लाख लोगों को घर सौंपते हुए कहा कि कोई कितनी भी हमारी आलोचना करे हम काम करते रहेंगे, हमारी सरकार गरीबों की सरकार है। गरीब की इच्छा को सबसे ज्यादा समझती है। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार लोगों को घर देती है तो सुविधाएं भी देती है।