यूक्रेन और रूस (Ukraine-Russia) के बीच चल रहे युद्ध के कारण कई भारतीय छात्र फंस गये थे। छात्र वीडियो जारी कर मदद की गुहार लगा रहे थे और यूक्रेन में स्थिति असामान्य होने की वजह से सरकार को रेस्क्यू करने में परेशानी आ रही थी। इसी बीच ये मुद्दा भी उठने लगा कि आखिरकार इतनी बड़ी संख्या में भारतीय छात्र बाहर पढ़ाई करने क्यों जाते हैं? इसी बीच अब प्रधानमंत्री ने छात्रों को राहत देने वाला ऐलान किया है।
पीएम मोदी ने किया बड़ा ऐलान: सात मार्च को जनऔषधि दिवस के मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि “हमने तय किया है कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में आधी सीटों पर सरकारी मेडिकल कॉलेज के बराबर ही फीस लगेगी।” पीएम मोदी ने कहा कि “बड़ा लाभ गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चों को मिलेगा।”
लोगों की प्रतिक्रियाएं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस फैसले पर लोग सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। अमित चौधरी नाम के यूजर ने लिखा कि “निर्णय तो अच्छा है लेकिन प्राइवेट कॉलेज सही से लागू करेंगे, यह उम्मीद कम ही है। सरकार को कड़े नियम बनाने होंगे तभी यह हो सकता है।” सुनील कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि” क्या यही कानून इंजीनियरिंग कॉलेज के लिये भी लागू होगा?”
मोनी नाम की यूजर ने लिखा कि “जुमला है? प्राइवेट वाले बहुत पैसा कमाते हैं, अब उनकी बारी है।” देशभक्त नाम के यूजर ने लिखा कि “ये भी जुमला साबित होगा?” राजेश नाम के यूजर ने लिखा कि “…और वो आधी सीटें नेताओं के बच्चों के लिए होंगी।” अशोक शेखावत नाम के यूजर ने लिखा कि “यह सुनने अच्छा लगता है, लेकिन वास्तव में ऐसा होगा नहीं। 15 लाख की तरह…”
कादिर शाह नाम के यूजर ने लिखा कि “यूपी चुनाव के रुझान आने शुरू हो गए हैं।” डेविड नाम के यूजर ने पीएम मोदी के इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “अगर मोदी जी सही बोल रहें हैं तो भी लोगों को अब भरोसा नहीं होगा। आप लोगों को ये बात अच्छे से पता है कि क्यों।”
प्रवीण पंघाल नाम के यूजर ने लिखा कि “झूठ सब जुमला है। जैसे तुमने ‘कोविड’ के समय स्कूल की फीस माफ की थी।” तनवीर अहमद ने लिखा कि “कहने में और करने में बड़ा फर्क होता है मान्यवर जी, कहीं यह भी जुमला साबित ना हो, ये दुआ करेंगे।” पेगासुर नाम के यूजर ने लिखा कि “जुमला है भाई जुमला, कुछ दिन बाद अमित शाह आकर ये बात पूरी तरह से क्लियर करके जाएंगे। मजाक था भाई मजाक”