अमेरिकन डॉग पिट बुल द्वारा जानवर और इंसान पर हमला किये जाने की खबर लगातार सामने आ रही है। इसी बीच हरियाणा के करनाल से एक भयावह खबर सामने आई है जहां एक पिट बुल डॉग ने एक किसान के पैर पर हमला कर दिया है, जब उसने बचने की कोशिश की तो पैर छोड़कर कुत्ते ने किसान के प्राइवेट पार्ट को मुंह में भर लिया, जिससे किसान बुरी तरह लहुलुहान हो गया है।
पिटबुल ने कर दिया हमला
जानकारी के मुताबिक, करनाल के गांव बिजना के 30 वर्षीय करण अपने खेत की तरफ जा रहे थे, तभी उनपर एक पिटबुल झड़प पड़ा और उनके पैर को अपने मुंह में भर लिया। किसी तरह करण ने पिटबुल से अपना पैर छुड़ाया तो उसने दोबारा प्राइवेट पार्ट पर हमला कर दिया। युवक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई थी। वहीं दूसरी तरफ गुस्साए लोगों ने पिटबुल को लाठी-डंडे से पीट-पीटकर मार डाला है।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
@ErRanjeetSingh यूजर ने लिखा कि पर्याप्त सजा का प्रावधान न होने के कारण इस तरह की घटनाओं का चलन हो चला है। ऐसी घटनाओं के लिए कुत्तो के मालिकों के उपर सख़्त सजा का प्रावधान करना समय की माँग है। कम से कम आजीवन कारावास होनी ही चाहिए। @PatelsSpeak यूजर ने लिखा कि कुत्ते के मालिक को गिरफ़्तार करना चाहिए और आजीवन कारावास की सजा मिली चाहिए ताकि कुत्ते पालने वालों को सबक़ मिल सके।
राजकुमार नाम के यूजर ने लिखा कि कुत्ता पालना ठीक है लेकिन उसे छोड़ देना बेहद गलत है। ऐसे कुत्ताप्रेमियों के खिलाफ जब तक कोई ठोस कानून नहीं बनेगा, इस तरह की घटनाएँ होती ही रहेंगी। एक अन्य यूजर ने लिखा कि इस तरह के मामले आजकल ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। मालिक को सलाखों के पीछे डालकर कानून के दायरे में लाया जाना चाहिए। एक अन्य यूजर ने लिखा कि अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, यूएई, सिंगापुर, सऊदी अरब, इजरायल, इटली, मलेशिया, न्यूजीलैंड आदि समेत 30 से ज्यादा देशों ने पिटबुल नस्ल के कुत्तों पर प्रतिबंध लगाया, भारत कब इस नस्ल पर प्रतिबंध लगाएगा?
वहीं ग्रामीण लोगों का कहना है कि यह कुत्ता पिछले कुछ दिनों से घूम रहा था, ना तो इसके गले में कोई पट्टा था और ना ही ये किसी को पता है कि ये पिटबुल कुत्ता आया कहां से? इस कुत्ते के डर से लोग घरों से बाहर नहीं निकलते थे लेकिन जब उसने करण पर हमला किया तो आक्रोशित लोगों ने उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। सोशल मीडिया पर तमाम लोग पिटबुल डॉग पालने वालों के लिए दिशानिर्देश जारी करने की मांग कर रहे हैं।