इंसान के साथ कोई चले या नहीं लेकिन उसकी परछाई उसके साथ जरूर रहती है लेकिन भारत के एक शहर में आज अपनी परछाई नहीं देख पाएंगे। अब आपको लग रहा होगा कि ऐसा कैसे हो सकता है, कहीं कुछ गलत तो नहीं पढ़ रहे हैं लेकिन ऐसा नहीं है। आप एकदम सही पढ़ रहे हैं। आज भारत के एक शहर में लोग अपनी परछाई नहीं देख पाएंगे।

कहां होगी यह घटना

जीरो शैडो डे की यह अद्भुत घटना भारत के शहर बेंगलुरु में होगी। यह घटना भारतीय समय के अनुसार 12 बजकर 17 मिनट पर घटित होगी। इस घटना को जीरो शैडो डे कहते हैं, यह एक खगोलीय घटना है जो बेंगलुरु सहित दुनिया के कुछ हिस्सों में साल में दो बार होती है। इस घटना के दौरान आपको अपनी परछाई नहीं दिखाई देती है।

क्या है जीरो शैडो डे?

एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के मुताबिक, आकाशीय घटना भूमध्य रेखा के पास होती है, जो मकर रेखा और कर्क रेखा के बीच आती है। इस दिन सूर्य आपके सिर के बिल्कुल ऊपर होगा लेकिन उसकी वजह से आपकी छाया नहीं आएगी। ऐसी स्थिति में सिर्फ इंसान ही नहीं बल्कि चीजों की भी परछाई नहीं बनती है।

इसके होने के पीछे का कारण यह है कि धरती का घूर्णन अक्ष सूर्य की तरफ लगभग 23.5 डिग्री पर झुका हुआ है। इस के प्रभाव से मौसम बनते और बदलते हैं। वहीं, सूरज अपने एकदम उच्चतम पॉइंट पर और भूमध्य रेखा के 23.5 डिग्री दक्षिण से भूमध्य रेखा (उत्तरायण) के 23.5 डिग्री उत्तर की ओर जाएगा। इसके कारण साल में दो बार जीरो शैडो डे होता है। एक बार जब सूर्य उत्तर की तरफ बढ़े और दूसरा तब होता है, जब सूर्य दक्षिण की तरफ जाए।

आईआईए ने इस पर कहा कि शून्य छाया दिवस तब होता है जब दोपहर के समय सूर्य सीधे सिर के ऊपर होता है और इसलिए कोई भी लंबवत वस्तु कोई छाया नहीं डालती है। यह कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच के स्थानों के लिए होता है। जानकारी के लिए बता दें कि जीरो शैडो डे की यह अद्भुत घटना ओडिशा के भुवनेश्वर में 2021 में अनुभव की जा चुकी है। इसके अलावा 21 जून 2022 में दोपहर 12 बजकर 28 मिनट पर उज्‍जैन में भी जीरो शैडो डे की घटना का अनुभव किया जा चुका है।