उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सदन में कोरोना काल का जिक्र करते हुए अपनी सरकार की तारीफ की। उनकी ओर से दावा किया गया कि कोरोना काल में सभी व्यवस्थाएं ठीक थी। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना को भी दुम दबाकर भागना पड़ा। यूपी सीएम के बयान पर लोगों ने उन्हें ट्रोल किया।

योगी का बयान : यूपी सीएम ने कहा कि कोरोना महामारी आई तो हम सब तैयारी में जुट गए, लोग कहते थे कि उत्तर प्रदेश का हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर (UP Health Infrastructure) खराब है। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के मार्गदर्शन में हम लोग कोरोना की चुनौती को स्वीकार करते हुए यूपी सरकार खड़ी हो गई तो कोरोना को भी दुम दबाकर भागना पड़ा।

लोगों ने यूं किया ट्रोल : संदीप कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा – एक जिम्मेदार पद पर रहते हुए कोई कैसे इस तरह के बयान दे सकता है। राजनीतिक लाभ के लिए ऐसे बयान देने से बचना चाहिए, कोरोना काल में जिन्होंने अपनों को खोया है, उन्हें मालूम है कि उनके परिवार वाले किस संकट के दौर से गुजरे हैं। @pakeeja नाम की एक यूजर ने सवाल किया कि क्या कोरोना एक कुत्ता था? समझ नहीं आया।

यदुवंशी यादव नाम के यूजर ने लिखा, ‘ योगी जी भी मोदी जी के नक्शे कदम पर, भाजपाइयों ने तो फेंकने की सीमा ही लांघ दी है।’ नवीन नाम की एक यूजर ने गंगा के किनारे दबी लाशें और श्मशान घाटों पर जलती लाशों की तस्वीर शेयर कर लिखा कि सच तो केवल योगी जी बोलते हैं। कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा कि गंगा किनारे लाशों का ढेर देखकर डर गया होगा।

@SamiratmajM नाम के ट्विटर हैंडल से योगी पर तंज कसते हुए लिखा गया, ‘सही बात है। दुम दबाकर न भागा होता तो यूपी में भी न जाने कितनी मौतें हो जातीं, लाशें नदियों में बहती मिलतीं, रेत में दबी मिलतीं, श्मशान घाटों पर लाइनें लगी रहतीं, ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मच जाता और लोग तड़पकर दम तोड़ सकते थे। पर बेहतर प्रबंधन ने यूपी को इन सब स्थितियों से बचा लिया।’