समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) आजमगढ़ में होने वाले उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के मुखिया व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के भाई धर्मेंद्र यादव (Dharmendra Yaav) को जिताने के लिए मशक्कत करते दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने आजमगढ़ जाकर धर्मेंद्र यादव के लिए चुनाव प्रचार किया। इसकी जानकारी जब उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से भी तो लोग चुटकी लेने लगे।
स्वामी प्रसाद मौर्य के ट्वीट : सपा नेता द्वारा चुनाव प्रचार की कई तस्वीरें साझा करते हुए बताया गया कि उन्होंने आजमगढ़ में कई जब भोपाल धर्मेंद्र यादव के समर्थन में प्रचार करते हुए साइकिल वाला बटन दबाने की अपील की है। स्वामी प्रसाद द्वारा की गई पोस्ट पर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स उनका समर्थन कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोग तंज कसते हुए कमेंट कर रहे।
यूजर्स के रिएक्शन : पवन कुमार उपाध्याय नाम के यूजर कमेंट करते हैं कि खुद तो जीत नहीं पाए दूसरों को कैसे जीता सकते हैं। यह तो दलबदल करने में माहिर हैं। निर्भय साथ के नाम के एक यूजर ने सलाह दी कि पूरे प्रदेश में बीजेपी की तरह हर बूथ पर बूथ अध्यक्ष बनाना चाहिए। उससे हर बूथ के नागरिक की समस्या पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव तक पहुंचेगी। अजय सिन्हा नाम के एक यूजर चुटकी लेते हुए लिखते हैं – साथ ही साथ अपने लिए भी प्रचार करें, खुद हार गए हैं तो दूसरों को कैसे जीता पाएंगे।
आदित्य प्रताप सिंह नाम के एक यूजर ने कमेंट किया – तुम्हें तो जनता खुद नकार चुकी है, जहां भी जाओगे वहां हार ही मिलने वाली है। राजू कोचर नाम के एक यूजर चुटकी लेते हुए लिखते हैं, ‘ मौर्य जी जीत का प्रचार करेंगे वह जरूर हारेगा क्योंकि यह दलबदलू हैं। यहां से भागने की जुगत में भी कोई बहाना देख रहे हैं। प्रदीप कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा कि यह देखना होगा कि सपा के परिवारवादी प्रत्याशी के पक्ष में जनता जनार्दन द्वारा विधानसभा से निकाले गए नेता द्वारा प्रचार क्या परिणाम लाएगा?
यूपी चुनाव से पहले बीजेपी छोड़कर सपा में हुए थे शामिल : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले स्वामी प्रसाद मौर्य मंत्री का पद छोड़कर सपा में शामिल हो गए थे। बीजेपी छोड़ने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि नागरुपी आरएसएस और भाजपा को स्वामी रूपी नेवला यूपी से खत्म करके ही दम लेगा। इसके साथ ही उनकी ओर से कहा गया था कि वह कोई कच्चे खिलाड़ी नहीं हैं। बता दें कि फाजिलनगर विधानसभा सीट से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।