उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में प्रचार और वोटरों को लुभाने के लिए सभी राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। इसी बीच कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए जितिन प्रसाद ने अजीबोगरीब तरीके से लोगों से वोट मांगा। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद शाहजहांपुर की ददरौल विधान सभा पर बीजेपी उम्मीदवार के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे।
जनसभा को संबोधित करते हुए जितिन प्रसाद ने कहा कि रिकॉर्ड मतों से प्रत्याशी को जिताना है और संदेश देना है। तभी तो हमारा भी सम्मान होगा वरना लोग कहेंगे कि आए थे तो फायदा क्या हुआ? मैं भी शक्ल दिखाने लायक नहीं रहूंगा। मुझे नहीं चाहिए ऐसे पद, जब नेतृत्व के सामने सही असर ना दिखा सकूं। आप लोगों के दम पर ही सबकुछ मिला और आगे बढ़ रहा हूं।
जितिन प्रसाद ने कहा कि आप लोग लामबंद हो जाइये। कोई आए या ना आए, कोई पूछे या ना पूछे। छोडिये निजी स्वार्थ को, बड़े लक्ष्य की ओर बढ़िए और यहां से संदेश जाना चाहिए कि ये विधानसभा सीट हमारी ही है और पूरे शाहजहांपुर में समाज एकजुट हो गया है। अब जितिन प्रसाद के इस बयान पर सोशल मीडिया पर लोग तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
रणविजय सिंह ने लिखा कि अभी तो खेल शुरू ही नहीं हुआ और तुम रो दिए…. हर बागी का हिसाब होगा। अखिलेश त्रिपाठी नाम के यूजर ने लिखा कि हारना तय है और चिंता न करिये। ऊपर के नेता भी मानसिक रूप से तैयार है, हारने के बाद भी आपकी शक्ल देखने को। दिनेश सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि जितिन प्रसाद के कॉन्फिडेंस का क्या हुआ? इतनी जल्दी गिड़गिड़ाने वाली स्तिथि में आ गए? इतनी बुरी हालत तो कांग्रेस में भी नहीं उनकी। BJP टारगेट बेस पर हायरिंग कर रही है क्या?
मयंक नाम के यूजर ने लिखा कि शक्ल दिखाने लायक तो तब ही नहीं रहे थे, जब अपने निजी स्वार्थ के लिए दल बदला था। अब कौन से लक्ष्य की बात कर रहे हैं और लोगो को अपना निजी स्वार्थ छोड़ने के लिए कह रहे हैं। अपना निजी स्वार्थ साध कर लोगों को ज्ञान दे रहे हैं, वाह नेताजी।
बता दें कि यूपी में जितिन प्रसाद ब्राह्मण चेहरा माने जाते हैं। कांग्रेस छोड़कर उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली और योगी सरकार में उन्हें मंत्री बनाया गया। वह धौरहरा लोक सभा सीट से दो बार सांसद रह चुके हैं। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं।