AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तराखंड में चीन की घुसपैठ पर पीएम खामोश क्यों हैं? पुलवामा हमले के बाद मोदी सरकार ने सेना का इस्तेमाल किया। चीन में घुसकर हमला क्यों नहीं करते प्रधानमंत्री मोदी? रविवार को उत्तर प्रदेश के हापुड़ में ओवैसी ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा।

ओवैसी ने कहा कि मदरसे दहशतगर्दी को बढ़ावा नहीं देते। मदरसे मोहब्बत का पैगाम देते हैं। ओवैसी ने लखीमपुर के बहाने बीजेपी के खिलाफ मुसलमानों को भड़काने की कोशिश का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जितने एनकाउंटर योगी सरकार में हुए, उनमें 37 फीसदी मुसलमानों को गोली मारी गई। लेकिन अब तक जिस आशीष की गाड़ी से 5 लोग मर गए ना उसके घर पर बुलडोजर गया और ना उस पर कुछ हुआ। वो जेल में आराम से बैठा है। आराम से सो रहा है। मोदी और योगी सरकार लोगों को भरमाने के लिए बार-बार कानून शब्द का इस्तेमाल करती है।

उधर, सोशल मीडिया पर हेमेंद्र मालवीय ने लिखा- चीन को झूला झुलाने वाले साहेब के मुंह से चीन शब्द नहीं निकलता है, क्योंकि चीन वोट नहीं देता है और पाकिस्तान वोट देता है। मंटू कुमार ने लिखा- उनके पास ले देकर एक ही वीर था उसने भी माफी मांग ली थी। कृपया उनकी पीड़ा को समझें और उनको ज़्यादा जलील न करें। ये माफिवीर हैं। इनसे कोई उम्मीद रखना ही बेवकूफी है। मोदी जी अभी मोतियाबिंद का इलाज करा रहे है। आंख ठीक होने के बाद लाल आंख दिखाएंगे चीन को। अभी समय नहीं आया है। जब चुनाव आएंगे तो सरकार खुद ब खुद चीन को मुंहजुबानी जवाब देगी।

कालिंदी कुमार ने लिखा- 56 इन्च का सीना सिर्फ विपक्ष, जीएसटी, नोटबंदी तथा महंगाई के लिए है। मुंह से चीन का नाम नही लेते, वो घुस कर कैसे मरेंगे? बढ़िया मज़ाक है। क्या ऐसी हिमाकत करके 2 मित्रो का लाखो करोड़ नुकसान थोड़ी करेंगे। एक यूजर ने लिखा कि जब चुनाव होंगे तो सरकार चीन को भी जवाब दे देगी। अभी ये कोई मौका थोड़े ही है जो बेवजह चीन को गाली देते रहे। सब कुछ मौका आने पर होता है।

जगत सिंह ने लिखा- चीन से उतना खतरा नही है। खतरा तो ये घर में बैठे सेक्युलरों से है, जो खाते भी हिंदुस्तान का है और बदनाम भी हिंदुस्तान को करते हैं। यूकेएस के हैंडल से ट्वीट किया गया- ओवैसी तेरे को लगता है मोदी खामोश हैं तो कोई बात नहीं, देश की जनता को पता है कि मोदी खामोशी से देश हित में काम कर रहे हैं। तू POK के बारे में बात करेगा तो तेरी बात सब सुनेंगे। चीन को मौका आने पर जवाब मिल जाएगा।