लोकसभा चुनाव पहले उत्तर प्रदेश में राजनीतिक समीकरण बदलता दिखाई दे रहा है। विधानसभा चुनाव से अहम् पहले भाजपा छोड़ कर सपा के साथ गठबंधन करने वाले ओपी राजभर फिर NDA के साथ आ गए हैं। ओपी राजभर ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और फिर NDA में शामिल होने की घोषणा हुई। इसके बाद से ही ओपी राजभर अपने पुराने बयानों के चले सुर्ख़ियों में हैं।
ओपी राजभर पर शिवपाल यादव ने ली चुटकी
समाजवादी पार्टी नेता शिवपाल यादव ने ओपी राजभर का पुराना वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कह रहे हैं कि खेल देखते जाइए, भाजपा का बाजा ना बजा दिया तो कहना। इसके साथ ही शिवपाल यादव ने लिखा, “बाजा बजाते-बजाते खुद ही बैंड बन गए। अब तो इनका समाज भी इनकी असलियत समझ चुका है कि ये असल में किसी के नहीं हैं। अब तो ये महोदय अपने समाज के ठेकेदार भी नहीं रहे।”
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
पंकज राय नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘वैसे चाचा जी, पियरका चाचा ने 2022 के चुनाव में भैया को खूब मामू बनाया। मंच आप का, पैसा आप का, AC बस आप का, समर्थक आप के लेकिन मौज काटे पियरका चाचा।’ एक अन्य ने लिखा, ‘आप ही कौन सा यादव समाज का भला कर रहे हो शिवपाल जी? उनको छोटी सोच और छोटी राजनीति में उलझाकर रखे हो।’
विजय कुमार नाम के यूजर ने लिखा, ‘भाजपा में रहकर जनता की आवाज नहीं उठा सकते, ना बोल सकते हैं और ना न्याय दिला सकते हैं।’ अफताब शेख ने लिखा, ‘आप सबको और मेहनत करनी होगी समाज को जगाना होगा और बताना होगा कि ओपी राजभर जी कभी भी समाज का भला कर ही नहीं सकते हैं।’ सुनील सिंह नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘बहुत बढ़िया फैसला है श्री राजभर जी का। अब बीजेपी फिर से लोक सभा का चुनाव जीतेगी।’
वहीं NDA शामिल होने के बाद ओपी राजभर ने अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि वे हैदराबाद और पश्चिम बंगाल तक जा रहे हैं, लेकिन बगल में बैठे नेताओं से नहीं मिल रहे। अखिलेश के बगल में मायावती बैठी हैं, उनसे नहीं मिल रहे है। कांग्रेस से और राजभर से नहीं मिल रहे हैं। क्या अखिलेश यादव को हैदराबाद और पश्चिम बंगाल वाले उत्तर प्रदेश में वोट दिलाएंगे।