यूपी विधानसभा चुनाव के लेकर राजनैतिक दल गठबंधन के जरिए सत्ता पर काबिज होने का जुगाड़ कर रहे हैं। ऐसे में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच गठबंधन नहीं हो पाया। इसी को लेकर SBSP के अध्यक्ष ओपी राजभर ने एक समाचार चैनल से बात की।

आज तक न्यूज़ चैनल से बातचीत के दौरान एंकर चित्रा त्रिपाठी ने ओपी राजभर से पूछा, ” अगर चंद्रशेखर आजाद आपके गठबंधन में शामिल हो जाते हैं तो दलित वोट समाजवादी पार्टी की ओर ट्रांसफर हो जाएगा?” इसके जवाब में ओपी राजभर ने कहा – पिछली बार लोगों ने उम्मीद से बीजेपी को वोट दिया था लेकिन इन्होंने आरक्षण को खत्म करने का काम किया।

इस दौरान ओपी राजभर ने एंकर चित्रा त्रिपाठी से पूछा कि सरकारी नौकरियां खत्म कर जा रही हैं। ऐसे में क्या प्राइवेट कंपनियों में आरक्षण है? इस बात पर एंकर आजाद पर सवाल पूछने लगीं तो ओपी राजभर ने चिल्लाते हुए कहा कि पहले आप मेरी बात सुनिए। भागिए मत। एंकर ने जवाब दिया कि आप अपनी बात रखिये, मैं भाग नहीं रही हूं।

अखिलेश यादव और चंद्रशेखर आजाद का क्यों नहीं हुआ गठबंधन : ओपी राजभर ने बताया कि हमने कई लोगों को बीजेपी से समाजवादी पार्टी में पहुंचा दिया है। मैं पिछले 2 महीने से कह रहा था कि बीजेपी से कुछ लोग छोड़कर समाजवादी पार्टी में आएंगे। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि जब इनके तीन मंत्री और 13 विधायक हमारे साथ आ गए तो भारतीय जनता पार्टी ने नाकेबंदी कर दी।

चंद्रशेखर आजाद के बारे में उन्होंने कहा कि मैं अखिलेश यादव से बात करूंगा। मैं उनको अपने साथ रख कर काम करूंगा। मेरा पूरा प्रयास है कि चंद्रशेखर हमारे गठबंधन में रहें। अगर सीटों की बात है, हम अपनी पार्टी की सीट उनको देखकर इस गठबंधन में रखेंगे। जानकारी के लिए बता दें कि हाल में ही एक टीवी इंटरव्यू के दौरान चंद्रशेखर आजाद रोने लगे थे। जिस पर ओपी राजभर ने भी भावुक होकर कहा था कि मैं अखिलेश यादव से बात करूंगा।