यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा गया कि यूपी का माहौल बिगाड़ने वालों से सरकार निपटना जानती है। उनके इसी बयान पर ओवैसी ने पलटवार में कहा कि बुलडोजर नहीं, थार चलाई थी। जिसे रौंदा गया था वो दंगाई माफिया नहीं, लखीमपुर खीरी के किसान थे।
इसके साथ ही ओवैसी ने गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का जिक्र करते हुए कहा कि रौंदाने वाले के बाप अभी भी मंत्री हैं। ठोंक देंगे वाले बाबा, मैं सिर्फ उनका एजेंट हूं जिन्होंने मुल्क को आजादी दिलाई और भारतीयों के नागरिकता को मजहब से परे रखा।
ओवैसी ने CAA – NPR – NRC को लेकर लिखा कि पहले भी कहा था, फिर कह रहे हैं। अगर इस तरह के असंवैधानिक कानून लागू करोगे तो हम हर संवैधानिक जरिए से उसकी पुरजोर मुखालिफत करेंगे। सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं, भारत के हर कोने में मुखालिफत करेंगे। ओवैसी के इस पलटवार पर सोशल मीडिया यूजर्स ने अपनी बात रखी है।
दानिश जुनैद (@DanishgulJunaid) नाम के टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि आप अपना काम करते रहिए। सो कॉल्ड सेकुलरिज्म की झूठी दुकान चलाने वाली पार्टियां बीजेपी की बी टीम बोलती थीं, आज बीजेपी आपको सपा का एजेंट बता रही है। इससे पता चलता है कि आपकी पार्टी से सब कितना घबराए हुए हैं। शादाब चौधरी (@kalamkaar_) नाम के ट्विटर अकाउंट से लिखा गया कि किसानों को आपकी जरूरत नहीं है हम अपने हक के लिए लड़ना जानते हैं। ओवैसी जी दूसरों के कंधे पर बंदूक रखकर चलाना छोड़ दीजिए।
विजय लोखंडे (@Dhammapsthik) नाम के ट्विटर एकाउंट से लिखा गया कि आपको तो फुटबॉल बना दिया है। बीजेपी कहती है आप सपा के एजेंट हो और सब लोग कहते हैं कि आप बीजेपी के एजेंट हो लेकिन पब्लिक जानती है कि आप बीजेपी को जिताने वाली सियासत करते हो। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक है ऐसे में राजनीतिक दलों के नेता अपने बयानों के जरिए एक दूसरे पर हमला करते दिखाई दे रहे हैं।