जम्मू और कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने मुंबई पर 26 नवंबर 2011 को हुए आतंकी हमले पर ट्वीट किया था। लेकिन सोशल मीडिया पर उनके ट्वीट को लेकर लोग उन्हें ट्रोल करने लगे। अपने ट्वीट में उमर अब्दुल्ला ने लिखा था,” #2611MumbaiAttacks We shall not forget.”लेकिन उनके इस ट्वीट के जवाब में कश्मीरी कट्टरपंथी उन्हें जमकर ट्रोल करने लगे। ट्रोलर्स ने लिखा कि हम भी कश्मीर को नहीं भूलेंगे।
उमर अब्दुल्ला के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से @OmarAbdullah से ट्वीट होते ही उनकी पोस्ट पर कॉमेन्ट की बौछार सी होने लगी। एक यूजर @AtharZainagiree ने अपने ट्ववीट में लिखा कि हम भी 2010 को नहीं भूलेंगे। आपके हाथ कश्मीरियों के खून से रंगे हुए हैं। वहीं एक अन्य यूजर @sajad_lon ने भी यही ट्वीट किया,”हम 2010 को नहीं भूलेंगे।” एक अन्य यूजर @Suhail_koshur ने भी अब्दुल्ला के ट्वीट पर कॉमेन्ट किया,” हम भी कब्जा करने वालों के सहयोगियों को नहीं भूलेंगे। इतिहास आपको भी उनके सहयोगी के तौर पर याद रखेगा।
#2611MumbaiAttacks We shall not forget. pic.twitter.com/CvbIdjz3mS
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) November 26, 2018
We shall not forget 2010 also…Ur hands r painted with blood of kashmiris.
— Athar ul Islam (@AtharZainagiree) November 26, 2018
and we will not we will never forget 2010
— Sajadlon (@sajad_lon) November 26, 2018
We shall not forget the collaborators of the occupier too…history will remember you all as the collaborators
— ً (@Suhail_koshur) November 26, 2018
Your care about mumbai but what about killing of our brothers at kashmir @OmarAbdullah
— Shakir Nissar (@shakircoolboy) November 26, 2018
But will forget more than one lakh Kashmiris died in last three decades .
— basheer ahmed (@basheerbnw) November 26, 2018
वहीं एक अन्य यूजर @Sameerqadri14 ने ट्वीट किया,” लेकिन आप कश्मीर में हुए खून—खराबे को भूल जाएंगे।” एक यूजर @shakircoolboy ने ट्वीट करते हुए कहा,” आप मुंबई की चिंता करते हैं लेकिन कश्मीर में हमारे भाइयों के साथ हुए रक्तपात का क्या? वहीं एक यूजर @basheerbnw ने ट्वीट किया,”लेकिन आप बीते तीन दशक में एक लाख से ज्यादा मारे गए कश्मीरियों को भूल गए।”
बता दें कि 26/11 को पाकिस्तान से समुद्र के रास्ते भारत आए कुछ आतंकवादियों ने मुंबई शहर पर हमला किया था। इन आतंकवादियों के निशाने पर होटल ताज और आसपास की कई इमारतें थीं। इस आतंकवादी हमले को भारतीय सेना के कमांडो दस्ते ने नाकाम किया था। कई आतंकवादी मारे गए थे। जबकि आतंकवादी अजमल आमिर कसाब को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी। बाद में उसे फांसी दे दी गई थी।