ईमानदारी का परिचय देते हुए ओडिशा के बालासोर में डायग्नोस्टिक लैब चलाने वाले 33 साल के शख्स ने 2 लाख रुपये से अधिक कीमत के 45 सोने के पेंडेंट उनके असली मालिक को लौटा दिए। शख्स के इस काम की नागरिकों और पुलिस ने खूब तारीफ की।

अपनी लैब के पास एक छोटा सा बैग मिला

जानकारी अनुसार साल का पहला दिन होने के कारण, रंजन कुमार सामंतराय बुधवार को सुबह-सुबह बलियापाल थाना क्षेत्र के कासीपुर में स्थित अपनी लैब में पहुंच गए थे। 33 साल के एमआरआई टेक्नीशियन अपने काम से जा रहे थे, तभी उन्हें दोपहर में अपनी लैब के पास एक छोटा सा बैग मिला।

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उत्सुकतावश, सामंतराय ने उसे उठाया और इधर-उधर देखा, उम्मीद थी कि कोई आकर इसे ले जाएगा। कई घंटे बीत जाने के बाद भी कोई नहीं आया, तो सामंतराय ने बैग खोलकर चेक करने का फैसला किया। बैग के अंदर 45 सोने के पेंडेंट देखकर वो हैरान रह गए।

शख्स ने पुलिस को बैग सौंप दिया

हाल ही में शादी करने वाले सामंतराय ने कहा, “बैग में न तो कोई बिल था और न ही कोई कॉन्टैक्ट डिटेल। ऐसे में मैं तुरंत बलियापाल पुलिस स्टेशन गया और पुलिस को बैग सौंप दिया, उनसे मालिक का पता लगाने का रिक्वेस्ट किया।”

मालिक का जल्द ही पता लगा लिया गया। बैग बलियापाल क्षेत्र के रहने वाले गौतम कामिला था, जो एक ज्वैलरी की दुकान का मालिक हैं। बुधवार को जब वो बाजार में था, तब उन्होंने पेंडेंट खो दिए थे। उन्होंने उसी दिन बलियापाल पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।

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लिखित शिकायत के अनुसार, उन्होंने पेंडेंट वाला बैग, जिसका वजन लगभग 30 ग्राम था, अपनी जैकेट की जेब में रखा था। घर पहुंचने पर उन्होंने देखा कि बैग गायब था। शुक्रवार को बालासोर के पुलिस एसपी राज प्रसाद ने अपने ऑफिस में सामंतराय को उनकी ईमानदारी के लिए सम्मानित किया।

प्रसाद ने कहा, “हम सामंतराय का जितना भी धन्यवाद करें, कम है। उन्होंने एक नेक इंसान की तरह काम किया और कामिला के महंगे सामान को पुलिस को सौंप दिया। उनकी जमात बढ़ती रहे।” हाल ही में लैब खोलने वाले सामंतराय अपनी पत्नी, माता-पिता और दो बहनों वाले परिवार में अकेले कमाने वाले सदस्य हैं।

प्रशंसा पत्र पाकर वो सम्मानित महसूस कर रहे

सामंतराय, जो अक्सर डॉक्टरों की मदद से बलियापाल इलाके में फ्री हेल्थ कैंप लगाते हैं, ने कहा, “मैं उस व्यक्ति की मानसिक स्थिति की अच्छी तरह से कल्पना कर सकता हूं जिसने सोने की वस्तुएं खो दी थीं। बिना समय बर्बाद किए, मैं पुलिस स्टेशन पहुंचा।”

सामंतराय ने कहा कि बालासोर एसपी से प्रशंसा पत्र पाकर वो सम्मानित महसूस कर रहे हैं। सामंतराय ने कहा, “एसपी ने मेरी बहुत तारीफ की। हमारी अच्छी बातचीत हुई। एसपी और अन्य पुलिस अधिकारियों के सामने सम्मानित होना मेरे जैसे आम आदमी के लिए बहुत अच्छा एहसास था। यह मेरे लिए एक खास पल था।”