बिहार (Bihar) के शिक्षा मंत्री और राजद के विधायक चंद्रशेखर सिंह (Chandra Shekhar) ने रामचरितमानस को लेकर एक विवादित दिया। जिसके बाद उन्होंने ट्ववीट जरिये पूछा कि रामचरितमानस जैसी फर्जी पुस्तक से किसे फायदा पहुंचाया जा रहा? चंद्रशेखर सिंह द्वारा किये गए इस ट्ववीट पर लोग उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। वहीं, शिक्षा मंत्री अपने बयान पर अड़े हुए हैं, उनका कहना है कि उन्होंने कोई गलत बयान नहीं दिया है।
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह ने किया ऐसा ट्वीट
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से सवाल किया, “राम शबरी के जुठे बैर खाकर सामाजिक ताने-बाने को मजबूत करते हैं। अब आप बताइए और सोचिए इतने उदारवादी और समाजवादी राम अचानक से रामचरितमानस में आकर शूद्रों को ढोलक की तरह पीटकर साधने की बात क्यों करने लगते हैं? इस फर्जी पुस्तक से किसे फ़ायदा पहुंच रहा है? सवाल तो करना होगा न।”
चंद्रशेखर सिंह ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि माता शबरी के जूठे बेर खाने वाले राम अचानक रामचरितमानस में आते ही इतने जातिवादी कैसे हो जाते हैं? किसके फायदे के लिए राम के कंधे पर बन्दूक रखकर ये ठेकेदार चला रहे हैं? यही ठेकेदार हैं जो एक राष्ट्रपतिको जग्गनाथ मंदिर घुसने से रोकते, जीतन राम मांझी जी के मंदिर जाने पर मंदिर धोते हैं। इसके साथ उन्होंने कहा,”मेरे बयान के बाद से ठेकेदारों के पेट में मरोड़ आ रही है। अरे वे परेशान होंगे ही। उन्होंने तो मंदिरों से ख़ूब माल छापे है। सवाल दलितों-वंचितों का है जिन्हें तुम मंदिर में घुसने से रोकते हो। एक कहावत भी है न, लोहे का स्वाद लोहार से मत पूछो। उस घोड़े से पूछो जिसकेमुंह में लगाम है।”
लोगों ने यूं किया ट्रोल
@DivyaSoti नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गय,”श्री राम ने राम चरित मानस में ऐसा कहीं नहीं कहा है। जब राम समुद्र को सुखाने के लिए अग्निबाण का संधान करते हैं तो समुद्र प्रकट होकर क्षमा मांगते हुए भय की अवस्था में ये प्रलाप करता है। हिंदू शास्त्रों में हर पात्र का वाक्य धर्म नहीं है। वरना तो रावण का कहा भी धर्म हो जाएगा।” @JAYPRASADJHA1 नाम के ट्विटर हैंडल से कमेंट किया गया- आपको अपना शिक्षा थोड़ा और बढ़ाने की आवश्यकता है। आप वही हैं ना, जिसे दिल्ली एयरपोर्ट पर कारतूस के साथ दिल्ली पुलिस के जवान ने पकड़े थे?
@anantvijay नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा- सर आप बिहार के शिक्षा मंत्री हैं। आपके नाम के आगे प्रोफ़ेसर लगा है। कृपया हिंदी के शब्दों में मात्रा तो सही लगाइए। जुठे और पिट पिट जैसे शब्द अखरते हैं।@Dubeyjilive नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि ये आदमी जुगाड़ से प्रोफेसर बना ये तय हो गया,इसे शब्द और मर्म का ज्ञान ही नही है, सिर्फ और सिर्फ इसका मकसद सनसनी फैलाना है।