केंद्र सरकार के खिलाफ नए कृषि कानून को लेकर धरना प्रदर्शन करने वाले राकेश टिकैत से नाराज होकर कई किसान नेताओं ने भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) नाम का एक संगठन बना लिया है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के कमेंट्स से आ रहे हैं। इसी बीच एंकर अमन चोपड़ा ने टिकैत को लेकर एक ट्वीट किया तो लोग जवाब देने लगे।

अमन चोपड़ा का ट्वीट : एंकर ने राकेश टिकैत पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि अब ये साफ है कि यूपी चुनाव के लिए विपक्षी पार्टियों के टूल थे टिकैत, जिसके लिए उन्होंने भोले-भाले किसानों का इस्तेमाल किया। अब जब इनके ही बक्कल खुद किसानों ने उतार दिए हैं, तो असली किसानों के हित में अब कृषि कानूनों की पुनः वापसी होनी चाहिए।

यूजर्स के रिएक्शन : विजय चौधरी नाम के एक टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि पहले ही यह बात समझ में आ गई थी कि भारतीय किसान यूनियन को कमजोर कर के तीनों कानून वापस लाए जाएंगे, अब ट्रायल शुरू। करुणा चावला नाम के टि्वटर हैंडल से कमेंट आया – इसके लिए असली किसानों को बाहर सड़कों पर आकर मांग करनी होगी, सब कुछ थाली में परोसा हुआ नहीं मिलने वाला। अहमद खान ने कमेंट किया कि किसी और की ता नेता पर इतने सवाल क्यों नहीं उठाए जा रहे हैं, इसका मतलब है कि राकेश टिकैत ने कुछ तो गलत किया है।

जसमीत नाम के एक यूजर लिखते हैं कि राकेश टिकैत जी आपका किसानों के नाम पर देश में अराजकता फैलाने का मंसूबा धरा ही रह गया। किसानों के नए कानून से वंचित रखने का पाप लगेगा, किसानों का श्राप कभी भी आपको सही ढंग से सोने नहीं देगा। जयंत नाम के ट्विटर यूजर हैंडल से कमेंट किया गया, ‘ कृषि कानून होते तो आज किसानों को सबसे ज्यादा लाभ होता।’

पुनीत कुमार नाम के एक यूजर कमेंट करते हैं कि कृषि कानून बिल किसान और देश दोनों के हित में है, ऐसे में अब इसकी वापसी करनी चाहिए। विनय शुक्ला नाम के एक यूजर ने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी सरकार में हिम्मत है तो एक बार फिर से एक कृषि कानून लागू करके दिखाए, इन्हें भी पता है कि किसान सरकार को कहां पहुंचा देंगे। जानकारी के लिए बता दें कि किसान नेता राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन के दौरान कहा था कि ‘बक्कल उतार देंगे’।