श्रीराम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय पर करोड़ों रुपये का घोटाला करने का आरोप लगा है। ये आरोप आप सांसद संजय सिंह व सपा नेता द्वारा लगाया गया है। उन्होंने कहा कि चंपत राय ने राम के नाम पर जो चंदा लिया, उसमें करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार किया। इसी मुद्दे पर न्यूज एंकर दीपक चौरसिया ने चंपत राय का बचाव करते हुए कुछ ऐसा तर्क दिया लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया।
दरअसल आप सांसद संजय सिंह व सपा नेता ने श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप लगाते हुए कहा गया है कि ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने जो जमीन कुछ समय पहले से 2 करोड रुपए में बिकी थी। उसी जमीन को कुछ वक्त बाद 18 करोड़ रुपए में खरीद कर बड़ा घोटाला किया है।
इसी पर न्यूज एंकर दीपक चौरसिया ने ट्रस्ट के सचिव चंपत राय का बचाव करते हुए कहा कि, “राम मंदिर निर्माण के लिए अपना सारा जीवन खपा देने वाले अविवाहित चंपत राय जी एक कमरे के घर में रहते हैं। उन पर पैसे की हेराफेरी का आरोप लग रहा है। साधु शब्द का असल मायनों में कोई जीता जागता पर्याय है तो वह चंपत राय जी हैं। उंगली उठाने वाले जान लो इस धर्मात्मा को।
राम मंदिर निर्माण के लिए अपना सारा जीवन खपा देने वाले अविवाहित चंपत राय जी एक कमरे के घर में रहते हैं। उनपर पैसे की हेराफेरी का आरोप लग रहा है! साधु शब्द का असल मायनों में कोई जीता जागता पर्याय है तो वे चंपत राय जी हैं। ऊँगली उठाने वालों जान लो इस धर्मात्मा को।
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) June 15, 2021
उनके इस ट्वीट पर लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। रमेश पांडे नाम के एक टि्वटर यूजर उनसे सवाल पूछते हुए कहा कि, “अगर वास्तव में तथ्य सत्य नहीं है तो फिर सफाई क्यों पेश करना पड़ रहा है। साथ में आप स्वयं सर्टिफिकेट बना कर दे रहे हैं। सत्यता प्रमाणित करने हेतु। सीबीआई ईडी,इन्कमटैक्स जांच कराई जानी चाहिए। सांच को आंच नहीं आएगा, अकेला व्यक्ति ही ज्यादा पैसों के पीछे भागते हैं।
गुरफान खान नाम के एक यूजर ने उनके इस ट्वीट का रिप्लाई करते हुए कहा कि, “गजब हो गुरु तुम भी मतलब जो शादी ना करें वह चोर हो ही नहीं सकता कभी। कभी राहुल गांधी को भी ईमानदारी का सर्टिफिकेट दे दो। वह बेचारे भी कुंवारे हैं। लीपापोती मत करो। पब्लिक है यह सब जानती है। इस मामले में जांच की मांग करते हुए एक यूजर ने लिखा कि अब तुम्हारे कहने से न्याय नहीं होगा। आरोप है तो उसकी जाँच भी होनी चाहिए। शादीशुदा लोग चोर होते हैं क्या ??
वहीं एक यूजर ने उनकी पत्रकारिता पर सवाल उठाते हुए कहा कि, “चौरसिया जी आप पत्रकार हैं या बीजेपी के प्रवक्ता हो पहले प्रश्न का उत्तर दें”?
शशि कुमार नाम की एक यूजर ने उनके द्वारा दिए गए तर्क पर पूछा कि, “जो शादीशुदा नहीं होते हैं वह गुनाह नहीं करते हैं। गजब का तर्क दिए हो इसका मतलब तुम तुम्हारे पिताजी सब गुनाह करते हैं क्योंकि यह लोग सब शादीशुदा है । चौरसिया बाबू आपके लिए राम नहीं मोदी गॉडफादर बन चुका है। आप ना ही हिंदू है ना इंसान हैं आप अधर्मी पत्रकार हैं।