छत्तीसगढ़ के रायपुर में धर्म संसद का आयोजन हुआ था। जिसमें महाराष्ट्र के संत कालीचरण ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर विवादित बातें कही थी। छत्तीसगढ़ पुलिस की ओर से एफआईआर किए जाने पर उन्होंने कहा है कि गांधी को अपशब्द कहने पर मुझे कोई पश्चाताप नहीं है। न्यूज़ 18 इंडिया के कार्यक्रम में उपस्थित कालीचरण ने पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को भगवान विष्णु का अवतार बताया।

एंकर अमन चोपड़ा ने उनसे पूछा कि आपके द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को गाली दी गई? क्या यह सही है? कालीचरण ने इसके जवाब में कहा – मुझे इस बात का कोई अफसोस नहीं है, गालियां आवेश में निकलती हैं, मेरे ह्रदय की पीड़ा जागृत हो गई थी’। इस पर एंकर ने उनसे कहा कि आप इस बात को स्वीकार क्यों नहीं करते कि आपने गलती की है? आपकी वजह से हिंदू और हिंदुत्व को गाली दी जा रही है।

कालीचरण ने कहा कि मैं महात्मा गांधी को संत और राष्ट्रपिता नहीं मानता हूं। उन्होंने हिंदू और हिंदुत्व के लिए क्या किया है? उन्होंने केवल एक धर्म को ध्यान में रखते हुए काम किया। उन्होंने जनता के साथ विश्वासघात का काम किया था। एंकर ने पूछा – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनकी पूजा करते हैं और आप उन्हें गाली दे रहे हैं?

इस पर कालीचरण ने कहा कि पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को मैं भगवान विष्णु का अवतार मानता हूं.. क्योंकि मैंने कसम खाई थी जो राम मंदिर बनवा आएगा उसे मैं भगवान विष्णु का अवतार मानूंगा। न्यूज डिबेट के वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

समीर नाम के यूजर ने कमेंट किया कि ऐसे लोगों को नेशनल टीवी पर बैठाने की जरूरत ही नहीं है। इनकी बातों को क्यों घर – घर तक पहुंचाया जा रहा है? अनुराग कश्यप नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया – इस तरह के साधु-संतों और अंध भक्तों से धर्म की अवनति हो रही है। समाज की प्रत्येक संस्था में बैठे ऐसे आयोग लोगों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। रानू शर्मा नाम की यूजर ने लिखा, ‘ ऐसे तथाकथित धर्म गुरु कालीचरण की बेशर्मी की पराकाष्ठा है। इन जैसे लोगों के बेतुके और अशोभनीय बयानों के कारण सनातन धर्म गुरुओं की मानसिकता पर भी प्रश्नचिन्ह लग रहा है।’