यूपी में का बा गाने को लेकर सुर्ख़ियों और विवादों में आ चुकीं नेहा सिंह राठौर को यूपी पुलिस से नोटिस मिला। कानपुर देहात में हुई घटना को लेकर नेहा सिंह राठौर ने एक वीडियो साझा किया था, इसी संबंध में उनसे कुछ सवालों के जवाब मांगे गये हैं। हा सिंह राठौर अपने वकील के माध्यम से जवाब देने की तैयारी कर रही हैं लेकिन इसी बीच सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मार्कंडेय काटजू ने एक पोस्ट कर इस नोटिस को ही अवैध करार दिया है।
नेहा सिंह राठौर पर मार्कंडेय काटजू ने क्या कहा?
पूर्व जज मार्कंडेय काटजू ने एक पोस्ट लिखा है जिसमें उन्होंने 160 Cr.P.C. का जिक्र करते हुए बताया है कि यह नोटिस अवैध है। इसके साथ ही उन्होंने एक अन्य पोस्ट में लिखा है कि पंजाब में का बा? इस पर सोशल मीडिया पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
एक यूजर ने लिखा कि पहले कानून लोगों की मदद करता था लेकिन अब कानून को खुद मदद की ज़रूरत है। हमें यह विश्वास दिलाया जाता है कि हम अमृत काल में रह रहे हैं, और अमृत काल हमारी कल्पना से बहुत परे है। @ArshadSiddiqui यूजर ने लिखा कि अमृत काल एक ऐसी चीज है जो विकास के रास्ते में आने वाली हर उस चीज को गायब कर देती है जिसे आप अनैतिक, अवैध कहते हैं। इरफ़ान अंसारी ने लिखा कि सीआरपीसी 160 के अनुसार ये नोटिस नहीं है।
मनोज कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि कानूनी पेचीदगियों को समझना जनमानस के वश के बाहर की चीज है। वैसे किसी भी लेखक या कवि को सौहार्द बिगाड़ने वाली रचनाओं को लिखने और पढ़ने से बचना चाहिए। मानवेन्द्र नाम के यूजर ने लिखा कि उड़ता पंजाब बा! नासिर नाम के यूजर ने लिखा कि पंजाब में आप की सरकार और खालिस्तान का डिमांड बा! शिवानी नाम के यूजर ने लिखा कि रहने दीजिये सर, कहीं आपको भी नोटिस ना मिल जाए। एक यूजर ने लिखा कि आपके ऊपर भी धारा 160 की नोटिस जारी हो जाएगी।
बता दें कि यूपी पुलिस द्वारा भेजे गए नोटिस पर चुटकी लेते हुए नेहा सिंह राठौर ने कहा कि मुझसे नोटिस में सवाल किया गया है कि आप वीडियो में है अथवा नहीं? जबकि वीडियो में मैं साफ-साफ दिखाई दे रही हूं। योगी सरकार पर सवाल उठाते हुए उनकी ओर से दावा किया गया कि यह लोग किसी को भी किसी भी तरह के केस में फंसा सकते हैं इसलिए मैं अपने वकील से बात कर नोटिस का जवाब दूंगी।