राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप भारत पहुंच चुकी है। राफेल के आने से भारत की ताकत में इजाफा माना जा रहा है। इससे पहले, जब राफेल विमान के पहले बैच ने भारतीय वायुसीमा में प्रवेश किया तो उनकी सुरक्षा में दो SU30 MKI विमान आसमान में पहुंच गए थे। ये पांचों विमान लगभग 7,000 किलोमीटर की दूरी तय कर अंबाला एयरबेस पहुंचे हैं।
5 राफेल विमानों के भारत पहुंचने का न्यूज चैनलों पर जमकर कवरेज हुआ। जिस तरह से न्यूज चैनलों ने राफेल को कवरेज दी उसे लेकर वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ने तंज कसा है। रवीश कुमार ने चैनलों को रोस्ट करते हुए कहा कि मैंने तो पहले ही कहा था कि न्यूज चानल देखना बंद कर देना चाहिए।
रवीश कुमार ने एनडीटीवी पर अपने शो प्राइम टाइम में न्यूज चैनलों की राफेल पर कवरेज को लेकर खूब चुटकी ली। रवीश ने कहा कि न्यूज एंकरों का बस चलता तो वो राफेल विमान के नटबोल्ट खोल कर भी दर्शकों को दिखा देते।
राफेल विमान मुद्दे पर न्यूज चैनलों को रवीश कुमार ने जिस तरह से रोस्ट किया है वो लोगों को खूब पसंद आ रहा है। ट्विटर पर तो रवीश ट्रेंड होने लगा। लोग रवीश के प्रोग्राम के स्क्रीनशॉट्स औऱ वीडियो शेयर करते हुए उन न्यूज चैनलों का मजाक उड़ाने लगे। हालांकि बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो रवीश कुमार की बातों से इत्तेफाक नहीं रखते हुए उन्हें ही ट्रोल कर रहे हैं।
रवीश ने इस प्राइम टाइम का वीडियो अपने फेसबुक अकाउंट से शेयर भी किया है। वीडियो शेयर करते हुए रवीश कुमार ने लिखा- काश लोग मेरी बात मान लेते और टीवी देखना बंद कर देते। कोई नहीं। मैंने ये बात कही तो खुल कर। अफसोस अब उन पर होता है जो जानते हैं कि न्यूज़ चैनल ख़त्म हो चुके हैं और उनके कारण लोग। इसके बाद भी लोग उन्हीं चैनलों पर लौटते हैं। चैनल बीस साल की आलोचनाओं को झेल गए। बदतर ही हुए। अब जनता ही जनता नहीं रही। चैनलों ने विजय प्राप्त कर ली। वो यही करना चाहते थे कि पब्लिक समाप्त हो जाए। राफेल के कवरेज संसार राफेल से नहीं शुरू होता है। राफेल पर ख़त्म भी नहीं होता है।