भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी 8 नवंबर को 95 साल के हो गए। भाजपा के तमाम नेताओं ने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। पीएम मोदी खुद अडवानी के आवास पर उनसे मिलने पहुंचे। पीएम मोदी और अडवानी का साथ बहुत पुराना है। जब अडवानी भाजपा के कद्दावर नेता थे, तब नरेंद्र मोदी प्रदेश स्तर पर जिम्मेदारी संभालते थे। हालांकि जब अडवानी ने रथयात्रा निकाली थी तब नरेंद्र मोदी भी रथ यात्रा में सक्रिय भूमिका में थे। अडवानी की रथ यात्रा हिमाचल प्रदेश पहुंचने वाली थी तो मोदी ने एक ऐसा स्वागत द्वार बनवाया था, जिसकी खूब चर्चा हुई थी।

मोहिंद्र नाथ सोफत ने दी ये जानकारी

हिमाचल प्रदेश भाजपा के नेता और पूर्व मंत्री मोहिन्द्र नाथ सोफत ने Modistory.in को बताया कि आडवाणी जी की रथ यात्रा हिमाचल पहुंचने वाली थी। इसके कुछ दिन पहले नरेंद्र मोदी तैयारियों का जायजा लेने के लिए हिमाचल प्रदेश पहुंचे थे और सुझाव दिया कि कुछ ऐसा कीजिये कि उसको लेकर मीडिया एक खबर बनाए। उन्होंने कहा कि क्या आप स्थानीय सब्जियों, फल का उपयोग करके एक स्वागत द्वार भी बना सकते हैं?

पीएम मोदी ने दिया था यूनिक आईडिया

मोहिन्द्र नाथ सोफत ने बताया, पीएम मोदी ने सलाह दिया था कि स्थानीय सब्जियां या फल, स्थानीय पहनावा या किसी स्थानीय महापुरुष के नाम पर स्वागत द्वार बनाया जाए। सबने तमाम विकल्प दिए । एक विचार यह भी था कि क्यों ना हम सोलन के प्रसिद्ध टमाटर का प्रयोग करें। सोलन का टमाटर पूरे देश में प्रसिद्द है। जब टमाटर का संकट आता है तो सोलन का टमाटर देश की मांग को पूरी करता है।

पूर्व मंत्री ने बताया कि हमने मोदी जी के बताये अनुसार सोलन के टमाटर का एक सुंदर स्वागत द्वार बनाया। यात्रा होकर चली भी गई। जब अगले दिन अख़बारों में आडवाणी जी की यात्रा को लेकर खबरें छपीं तो सभी बड़े मीडिया संस्थानों ने टमाटर के द्वार का भी जिक्र किया। फ्रंट पेज पर स्वागत द्वार की तस्वीर छपी हुई थी।

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री बनने से पहले संगठन की जिम्मेदारी संभालते थे। हिमाचल प्रदेश में भी नरेंद्र मोदी प्रभारी के तौर पर कार्य कर चुके हैं। अब नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं और लाल कृष्ण अडवानी किसी भी संवैधानिक पद पर नहीं है। 8 नवंबर को लाल कृष्ण आडवाणी 95 साल के हो गए। पीएम मोदी, आडवाणी के घर पहुंचकर जन्मदिन की बधाई दी और केक काटा। पीएम मोदी करीब 40 मिनट तक लाल कृष्ण आडवाणी के घर पर थे।