13-14 जून को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से ED ने पूछताछ की, तो कांग्रेस के नेताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे नेताओं को हिरासत में लिया और बाद में छोड़ दिया। राहुल गांधी और सोनिया गांधी को ED से मिले समन के बाद से ही कांग्रेस के नेता भड़के हुए हैं और अब सड़क पर उतरकर पुलिस से संघर्ष कर रहे हैं। इसी बीच पत्रकार सुधीर चौधरी ने नरेंद्र मोदी से SIT की पूछताछ के दौरान का एक किस्सा साझा किया है। सुधीर चौधरी ने पूर्व सीबीआई डायरेक्टर और नरेंद्र मोदी से पूछताछ करने वाली तत्कालीन SIT के चीफ रहे आर के राघवन की किताब का हवाला दिया है। 

सुधीर चौधरी ने ट्विटर पर लिखा कि “गांधी नगर स्थित एसआईटी कार्यालय में 9 घंटे की पूछताछ के दौरान नरेंद्र मोदी अकेले आए, वे अपनी पानी की बोतल भी लाए। एक कप चाय भी नहीं ली और लंच ब्रेक के प्रस्ताव को ठुकरा दिया।” इसके साथ ही सुधीर चौधरी ने गुजरात दंगों की जांच कर रही एसआईटी के अध्यक्ष आर के राघवन की किताब का वो हिस्सा भी शेयर किया है, जिसमें उन्होंने नरेंद्र मोदी से पूछताछ के दौरान के वाकये को लिखा है।

आर के राघवन ने लिखा कि “मोदी की पूछताछ एसआईटी कार्यालय में मेरे अपने ऑफिस में नौ घंटे तक चली। अशोक मल्होत्रा (SIT के सदस्य) ​​​​ने मुझे बाद में बताया कि मोदी ने देर रात तक चली इस पूछताछ में खुद को शांत रखा। उन्होंने कभी भी सवालों को टाला नहीं और न ही उन्होंने सवालों को इधर-उधर घुमाने की कोशिश की। जब मल्होत्रा ​​ने मोदी से पूछा कि क्या वह दोपहर के भोजन के लिए ब्रेक लेना चाहते हैं, तो मोदी ने इंकार कर दिया।” आर के राघवन ने अपनी किताब में लिखा है कि मोदी अपने लिए पानी की बोतल लेकर आए थे और घंटों तक चली पूछताछ के दौरान उन्होंने SIT की तरफ से पेश की गई एक कप चाय भी नहीं पी।

राघवन ने अपनी किताब में इस बात का भी जिक्र किया है कि “मुख्यमंत्री की भूमिका पर एसआईटी का स्पष्ट रुख राज्य और दिल्ली में उनके विरोधियों को पसंद नहीं आ रहा था। उन्होंने मेरे खिलाफ याचिका दायर की, मुझ पर मुख्यमंत्री (नरेंद्र मोदी) का पक्ष लेने का आरोप लगाया। उन्होंने मेरी टेलीफोन पर बातचीत की निगरानी के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग भी किया। हालांकि, कुछ नहीं मिलने पर वे (विरोधी) निराश हो गये थे।”

बता दें कि गुजरात में हुए दंगों की जांच के दौरान नरेंद्र मोदी प्रदेश के मुख्यमंत्री थे और उन्होंने SIT की पूछताछ का सामना किया था। यह पूछताछ सीबीआई के पूर्व निदेशक और जांच के लिए गठित SIT चीफ आर के राघवन की अध्यक्षता में हुई थी। विपक्ष गुजरात में हुए दंगों के लिए नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराता रहा है लेकिन कोर्ट ने इस मामले में नरेंद्र मोदी को बरी कर दिया था।