उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जब अपना सरकारी बंगला खाली किया था, तब उन पर तोड़फोड़ और क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगा था। जिसके बाद अखिलेश यादव ने एक प्रेस – कॉन्फ्रेंस की थी। जिसमें वह अपने दोनों हाथों में टोटी लेकर पहुंचे हुए थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा था कि, ‘ मैं सरकार को टोंटी देने आया हूं। सरकार गिनती बताएं, कितनी टोटी निकाली है सारी की सारी हम वापस कर देंगे’।
यह घटना 2017 विधानसभा चुनाव के बाद की है, लेकिन आज भी तमाम लोग उनको इस मुद्दे पर ‘टोटी चोर’ कहते हुए नजर आते हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस का वीडियो अक्सर ही सोशल मीडिया पर वायरल होता रहता है। इसी पर पिछले दिनों भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि टोपीधारी अपना बदलकर वेश आ रहे हैं, रखना अपना गुसलखाना बंद क्योंकि अखिलेश आ रहे हैं।
अखिलेश यादव जब भी कोई ट्वीट करते हैं तो अक्सर ट्विटर यूजर उन्हें टोटी चोर कैसे दिखाई पड़ते हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए ट्वीट किया था कि भाजपा सरकार ने पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को नामांकन करने से रोका है, वो हारी हुई भाजपा का चुनाव जीतने का नया प्रशासनिक हथकंडा है। उनके इस ट्वीट पर मजा लेते हुए एक यूजर ने लिखा था कि पैरों मे बंधन हैं पायल ने मचाया शोर सारे बाथरूम कर लो बंद देखो आए टोटी चोर।
जब टोंटी लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंच गए थे अखिलेश यादव.. pic.twitter.com/i2EpIIQmx7
— Suneet Singh Rathod (@Suneet30singh) June 28, 2021
वहीं एक यूजर ने लिखा था कि बाबा जी को देख कर के अच्छे अच्छों का हालात खराब हुई फिर ये टोटी चोर की क्या बात है? बता दें कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव उस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह भी कहा था कि मैंने उस घर को अपनी पसंद से बनाया है। अगर मुझे कुछ पसंद है, तो वो मैं अपने पैसे से करूंगा, दूसरों के पैसे से नहीं।