भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने अखिलेश यादव का एक पुराना वीडियो ट्वीट किया। जिसमें यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव उत्तराखंड के पिरान कलियर के दरगाह पर मत्था टेक रहे है। सपा प्रमुख का यह वीडियो ट्वीट करते हुए अखिलेश यादव ने लिखा कि अभी तो यह शुरुआत है आगे – आगे देखो होता है क्या?

गौरव भाटिया के ट्वीट किए गए वीडियो पर लोग कुछ लोग उन्हें ट्रोल करने लगे वहीं कुछ लोगों ने अखिलेश यादव के मजे लेने शुरू कर दिए। एक टि्वटर यूजर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अजमेर शरीफ भेजी गई चादर की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि ये चादर भी अजमेर शरीफ के लिए भेजी है प्रधानमंत्री ने। क्यों धार्मिक उन्माद में आमादा हो ? हर धर्म की अपनी स्वीकृति है अपने मानने वाले है । याद रखो गौरव उंगली उठाना किसी पर भी तब तक गुनाह है तब तक उठाने वाले कि उंगली बेदाग न हो। विकास की बात करो ,रोजी रोजगार की बात करो।

@iamvikramyadav टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि जब तुम सपा में थे तब कहते थे भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। और बीजेपी को सांप्रदायिक बताते थे। एक यूजर ने इस वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि चुनाव चुनाव चुनाव यह चुनाव हिन्दुस्तान को खा गया अरे देश के महान नेताओं प्रार्थना करते हैं पांच साल में एक बार ही देश में चुनाव होना चाहिए। जब देखो तब चुनाव रहम करो मेरे देश के महान नेताओं यह जितना मेरा है उतना आपका भी है। धर्म से नहीं कर्म से सरकार चुनो यह देश हमारा है या किसी?

@NanoTechXT टि्वटर हैंडल से अखिलेश यादव का मजा लेते हुए लिखा गया कि कुर्सी के लिए जिहाद को जिस प्रकार समर्थन किया जा रहा वो दिन दूर नहीं इनके अपने जात वाले वोटर्स पीछे से खिसक जायेंगे और अंत में इनके पास सिर्फ इनकी टोंटी बचेगी। एक यूजर ने गौरव भाटिया द्वारा शेयर किए गए वीडियो पर टिप्पणी करते हुए लिखा कि 13वे सेकंड में अखिलेश भैया हाथ जोड़ बैठे गलती से। हाय रे राजनीतिक मजबूरी।

@vg_stp अकाउंट से कमेंट आया कि गौरव जी जनता से छल करने वाले कितनी चादर चढ़ा ले, कितने व्रत रख ले हश्र तो जीरो बटा सन्नाटा ही रहना है। एक सोशल मीडिया यूजर लिखते हैं कि चुनाव आते ही मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा यह सब दिखाई देते हैं। @kbbilya टि्वटर हैंडल से सवाल करते हुए लिखा गया कि मंदिर जाने में शर्म क्यों? @True_HindVoice अकाउंट से इस वीडियो पर रिप्लाई करते हुए लिखा गया कि अखिलेश यादव सिर्फ और सिर्फ इनकी वजह से अस्तित्व में है, अन्यथा इनको कोई नहीं पूछता।