Bareilly news: मां तो आखिर मां होती है, चोट बच्चे को लगती है आंसू मां की आंखों से गिरते है। मां कितनी भी गुस्से में हो बच्चे को परेशान नहीं देख सकती है, उसका प्रेम निस्वार्थ होता है। बच्चा दिन भर कितना भी व्यस्त क्यों ना हो मां की सुई इसी बात पर अटकी रहती है उसके बच्चे ने खाना खाया या नहीं, उसे दुनियादारी की बातों से कोई फर्क नहीं। उसे किसी भा सूरत में अपने बच्चे की खुशी चाहिए होती है। सोचिए जो मां बच्चे के बीमार पड़ने पर रतजगा करती है उसे अपने बेटे का शव देखकर कैसा लगा होगा, वह भी दो-दो जवान बेटों की लाश… जिनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। घटना भुता थाना क्षेत्र की है।
यह खबर आपके दिल को कचोट सकती है, एक मां अपने बेटे की मौत का सदमा झेल नहीं पाई, वह रात भर रोती रही और सुबह दम तोड़ दिया। दिल तोड़ने वाली यह घटना यूपी के बरेली की है।
एक मां ने अपने दो जवान बेटों को खो दिया, पहले बेटे की भी हत्या हुई थी और अब दूसरे को भी जान से मार दिया गया। पहले बेटे की मौत का दर्द अभी खत्म नहीं हुआ था कि उससे दूसरे बेटे को भी अपराधियों को छीन लिया। बूढ़ी मां सदमा नहीं झेल पाई वह डिप्रेशन में चली गई थी। वह हर पल बेटे को यादकर रोती रहती थी। उस रात भी वह रात भर रोई और सुबह होते-होते ही उसकी जान चली गई।
बुजुर्ग मां की मौत से परिवार के लोग औऱ टूट गए हैं, शोक में डूबे परिजन बरेली में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कार्यालय के बाहर पहुंचे और बुजुर्ग मां का शव रखकर न्याय की मांग करने लगे। उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। एक के बाद दूसरे बेटे की हत्या कर दी गई और अब इस गम में मां भी चल बसी।
तीन साल पहले हुई थी बड़े बेटे की हत्या
पुलिस सूत्रों ने बताया कि तीन साल पहले भी इस बुजुर्ग महिला के एक बेटे की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद पिछले मंगलवार को भुता थाना क्षेत्र में बीसलपुर रोड पर पुष्पेंद्र (40) की बाइक सवार तीन बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने आगे बताया कि इस घटना के हफ्ते भर के भीतर पुष्पेंद्र की मां नारायणी देवी (65) की भी मौत हो गई। लोगों ने बताया कि तीन साल पहले 2021 में भी नारायणी देवी के एक बेटे की हत्या कर दी गई थी। पहले से ही एक बेटे की हत्या से आहत नारायणी देवी दूसरे बेटे के मर्डर का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकी और उसने सोमवार को दम तोड़ दिया।
पुष्पेंद्र की पत्नी संगीता ने कहा कि बेटे की मौत के गम में मेरी सास पूरी रात रोती रहीं और सुबह मृत पाई गईं। वे अपने बेटे की हत्या के कारण अवसाद में चली गई थीं, उनकी मौत इसी सदमे की वजह से हो गई।” वे हर पर दुखी होकर रोती रहती थीं, खाना-पीना छोड़ दिया था। वे बेटों का याद करते रहती थीं।
इस मामले में बरेली के पुलिस अधीक्षक (शहर) मानुष पारीक ने कहा कि एसएसपी अनुराग आर्य ने मृतका के परिजन से बात की और उन्हें बाकी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का भरोसा दिलाया। पारीक ने आगे बताया काफी समझाने के बाद परिजन शव को अपने साथ लेकर जाने को राजी हो गए। उन्होंने यह कहा कि तीन संदिग्धों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि सात अभी भी फरार हैं जिनकी तलाश जारी है।
आरोपियों ने बताया क्यों की हत्या?
पुलिस के मुताबिक, तीनों संदिग्धों ने पूछताछ में कबूल किया है कि पुष्पेंद्र उनके खिलाफ दर्ज दो मुकदमों में गवाह था और इनमें से एक हत्या के मामले में सजा होने के डर से उन्होंने हिस्ट्रीशीटर पूरन लाल के घर में बैठकर पुष्पेंद्र की हत्या की साजिश रची थी।
हिस्ट्रीशीटर पूरन लाल के घर पर रची गई हत्या की साजिश
पुलिस ने यह भी बताया कि गांव के ही हिस्ट्रीशीटर पूरन लाल की पुष्पेंद्र के परिवार से पुरानी रंजिश है, जिसमें वर्ष 2021 में पुष्पेंद्र के भाई की हत्या कर दी गई थी। उसने बताया कि पुष्पेंद्र ने भाई की हत्या को लेकर भुता थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस के अनुसार, पूरन लाल का भाई पवन कुमार इस मामले में जेल गया था। उसने बताया कि इस मामले में सभी गवाहों की गवाही पूरी हो चुकी है और सुनवाई अंतिम चरण में है।