दिल्ली ब्लास्ट के जख्म के बारे में क्या ही कहा जाए, जिन्होंने अपने परिजन को खोया है उनका दर्द वे ही समझ सकते हैं। कैसे हंसते-खेलते लोग एक पल में दुनिया को अलविदा बोल गए। उनके घरवालें उनके लौटने का इंतजार करते रहे, अब उनका इंतजार कभी खत्म नहीं होने वाला क्योंकि वे लौटकर नहीं आने वाले हैं।
जिस पिता ने अपने जवान बेटे को खोया है और उसके हाथों पर लिखे अपने नाम के टैटू से उसकी पहचान की है उसके तकलीफ की ना हम कल्पना कर सकते हैं ना किसी को ऐसा दिन देखना पड़े। हम बात कर रहे हैं कि दिल्ली ब्लास्ट में चांदनी चौक के भगीरथ पैलेस के दवा कारोबारी 34 साल अमर कटारिया की।
सड़क पर सो रही थी बेघर लड़की, अजनबी आया पास तो बचाने दौड़ा पालतू कुत्ता, हैरान करने वाला Video Viral
अमर कटारिया को घूमने और बाइकिंग का शौक था। चाल साल पहले ही उनकी शादी हुई थी, उनका तीन साल का एक बेटा है। वे सोमवार को फैमिली डिनर पर जाने वाले थे मगर इससे पहले ही ब्लास्ट ने उनकी और उनके पूरे परिवार की जिंदगी तबाह कर दी। अमर अपने माता-पिता, पत्नी औऱ बेटे से बहुत प्यार करते थे।
परिवार उनके लिए सबकुछ था, उन्होंने अपने एक हाथ पर माता-पिता तो दूसरे पर अपनी पत्नी कीर्ती की नाम गुदवाया था। उन्होंने अपने एक हाथ पर टैटू से “मॉम माय फर्स्ट लव, डैड माय स्ट्रेंथ” गुदवाया था तो दूसरे पर अपनी पत्नी का नाम लिखवाया था। अस्पताल से टैटू देखकर ही पिता ने बेटे की पहचान की। यह खबर दिल तोड़ने वाली है। देखते ही देखते एक परिवार की खुशियां तबाह हो गईं।
