कोरोना संक्रमण से देश में हालात बेहद खराब हैं। मंगलवार 26 मई तक कोरोना संक्रमितों की संख्या करीब डेढ़ लाख तक पहुंच गई है। वहीं 4 हजार से ज्यादा लोग कोरोना के कारण अपनी जान भी गंवा चुके हैं। इन सबके बीच क्वारंटीन सेंटर से बदइंतजामी की काफी परेशान करने वालीं तस्वीरें भी सामने आ रही हैं। इन तस्वीरों पर लोगों का गुस्सा और नाराजगी भड़क रही है। ऐसी ही एक तस्वीर छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के समीप जिला कबीरधाम की वायरल हो रही है।
इस वायरल तस्वीर में दिख रहा है कि कुछ लोग जमीन पर बैठ खाना खा रहे हैं। तस्वीर पर दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीर कबीरधाम जिले के एक क्वारंटीन सेंटर की है। बताया जा रहा है कि यहां जिन प्रवासी मजदूरों को यहां क्वारंटीन किया गया है उन्हें अखबार पर खाना परोसा जा रहा है। तस्वीर में दिख भी रहा है कि किस प्रकार से अखबार पर दाल चावल खाने को दिया गया है। दाल तो अखबार से बाहर निकलकर फर्श पर बहते हुए भी दिख रही है।
इस तस्वीर पर लोगों की काफी तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। एक यूजर ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा- आप छापते रहिये कि मज़दूर क्वारंटीन सेंटर में चिकन,मटन मांग रहे हैं। सब तरफ हालात एक से हैं। ऐसे ही दृश्य पर लिखा गया होगा-तुम्हारी फ़ाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है।
वहीं बहुत से यूजर्स ये भी लिख रहे हैं कि इन मजदूरों औऱ गरीबों का और कितना मजाक उड़ाएगी सरकार। कुछ यूजर्स ने लिखा कि क्या सरकार पत्तल और दोना भी इन लोगों को मुहैया नहीं करा सकती क्या? और अगर इतना भी नहीं कर सकती तो किस मुंह से सत्ता पर काबिज है। कुछ यूजर्स ने इस बात की चिंता भी जाहिर की है कि अखबार पर खाना शरीर के लिए भी खतरनाक होता है।
हमेशा से ही यहीं होता आया है,
सरकार के दावें और हकीकत दोनो ही अलग होते है।क्वारंटिन सेंटर में मजदूरों को दिए जा रहे खाने की हालात देखिए.. अख़बार में परोसा गया है खाना, जिसमें से दाल अलग बही जा रही है।
तस्वीर छत्तीसगढ़ के राजनांदगाँव की है ! pic.twitter.com/T7VkmUqfz7
— Niharika Verma (@Niharika_verma_) May 26, 2020
क्वारंटिन सेंटर में अख़बार में परोसे गये खाने से दाल अलग बही जा रही है. आप छापते रहिये कि मज़दूर क्वारंटिन सेंटर में चिकन,मटन माँग रहे हैं.
सब तरफ़ हालात एक से है.तस्वीर छत्तीसगढ़ के राजनांदगाँव की है.
ऐसे ही दृश्य पर लिखा गया होगा-तुम्हारी फ़ाइलों में गाँव का मौसम गुलाबी है. pic.twitter.com/KW8F1VaecB— Alok Putul (@thealokputul) May 26, 2020
जबकि भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (fssai) ने इसे लेकर हाल ही में एक एडवाइजरी जारी की है। fssai ने अखबार में खाद्य पदार्थों के सेवन को सेहत के लिए खतरनाक बताया है।
— Yogeshwar Sharma (@Yogeshw01440326) May 26, 2020
बहुत ही दुखद और शर्मनाक क्या राज्य की भूपेश सरकार दोना पत्तल का भी इंतजाम नहीं कर पा रही है
— rahul (@rahul747z) May 26, 2020
तस्वीर को देख कर अत्यन्त दुखी हु सरकार सिर्फ समाचार पत्रों ओर टेलीविजन में ही लोगों की भला कर पा रही है जबकि जमीनी हकीकत कुछ और हैं
— Pankaj Dansena (@dansena_pankaj) May 26, 2020
@bhupeshbaghel ji janta k sath accha khel khel rahe hai aap log bhagwan kabhi maaf nahi karega sab yad rakha jyega
— नSIM(@nasimneew) May 26, 2020
बता दें कि इससे पहले भी कई क्वारंटीन सेंटर से ऐसी ही अमानवीय तस्वीरें सामने आई हैं। मध्य प्रदेश के गुना जिले के एक क्वारंटीन केंद्र पर तो मजदूर दंपत्ति को शौचालय के अंदर रखा गया था और उन्हें वहीं पर खाना भी परोसा जा रहा था।