उत्तर प्रदेश के मेरठ पुलिस ने एक शख्स को आर्म एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि मामला जमीनी विवाद से जुड़ा था, इसी मामले में पुलिस शख्स के घर पहुंची थी। पुलिस ने अवैध तमंचा बरामद होने की बात कह अंकित त्यागी नाम के शख्स को अपने साथ लेकर गई लेकिन अब इस पूरी घटना का सीसीटीवी वीडियो वायरल हो रहा है।
वीडियो शेयर कर परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस के लोग पहले घर में घुसे और एक जगह अवैध तमंचा रखा दिया। इसके बाद उन्होंने उसकी बरामदगी दिखाकर अंकित को गिरफ्तार कर लिया और मुकदमा दर्ज कर दिया। सीसीटीवी वीडियो में घर पहुंचा एक पुलिसकर्मी बाइक में कुछ रखता भी दिखाई दे रहा है।
आईजी से मिलने के लिए भटकता रहा परिवार
अंकित की गिरफ्तारी के बाद परिजन मदद के लिए भागने लगे। देर रात वह आईजी से मिलने पहुंचे लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी। सुबह आईजी ने अंकित के परिजनों से मुलाकात की और वीडियो देखा। वीडियो देखने के बाद आईजी ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
देखिए वीडियो
वहीं परिजनों के अनुसार, अंकित पुलिस हिरासत में है। पुलिस का कहना है कि आरोपों की जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज वादी से प्राप्त की गई है। आर्म्स एक्ट के अंतर्गत वादी पर मुकदमा पंजीकृत है। आरोपी के ऊपर निष्पक्ष वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर कार्यवाही की जाएगी।
पुलिस की तरफ से दिए एक जवाब में यह भी कहा गया है कि कोई व्यक्ति जेल नहीं गया है।वादी का आरोप है कि संपत्ति विवाद में परिवार के अन्य लोगों के साथ मिलकर पुलिस द्वारा फंसाया गया है। सीसीटीवी आदि के माध्यम से जांच की जा रही है। मुकदमा दर्ज है और एसपीआरए के द्वारा जांच की जा रही है। जांच होने तक दोनों सिपाहियों को लाइन भेजा गया है।
वहीं पीड़ित की बहन राखी त्यागी का आरोप है कि दो पुलिस वाले आये थे। पिता अशोक त्यागी को पुलिस वाले बहला फुसला कर दूसरी तरफ ले गए। इस दौरान एक पुलिसकर्मी फोन पर बात करते हुए आया और तमंचा रख दिया। मामला खरगोदा थाने का है। राखी त्यागी का कहना है कि CO अब DVR मांग रहा है। हम सिर्फ IG को ही देंगे। हमारा अकेला भाई है।
सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो रहा है और यूपी पुलिस के इस कारनामे की खूब चर्चा हो रही है। लोगों का कहना है कि ऐसे पुलिसकर्मियों की निष्पक्ष जांच पर कौन भरोसा करेगा जो खुद किसी के घर में घुसकर तमंचा रख देते हैं।