आम आदमी पार्टी का दावा है कि बीजेपी के लोग उनके विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इसको लेकर पार्टी ने बुधवार को संसदीय समिति की बैठक बुलाई, जिसके बाद फैसला लिया गया कि गुरुवार सुबह 11 बजे पार्टी के सभी विधायकों की बैठक होनी है। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता दिलीप मंडल ने दावा किया है कि बीजेपी 40 विधायकों से संपर्क करने की कोशिश कर रही है। आम आदमी पार्टी के दावे पर भारतीय जनता पार्टी के नेता मनोज तिवारी ने निशाना साधा है।

आम आदमी पार्टी का दावा

आम आदमी पार्टी के विधायक दिलीप पांडे ने कहा कि हमारा कुछ विधायकों से संपर्क हो पाया है तो उन्होंने बताया कि बीजेपी 40 विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही है। उन्होंने सवाल किया कि 40 विधायकों को तोड़ने के लिए 20 करोड़ के हिसाब से 800 करोड़ रुपए चाहिए। बीजेपी के पास इतना पैसा कहां से आया है, ईडी को इसकी जांच करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है हमारे सारे विधायक एकजुट हैं।

मनोज तिवारी ने किया ट्वीट

मनोज तिवारी ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ‘क्या घिसी पिटी स्क्रिप्ट लिखवाई है अरविंद केजरीवाल ने, टोटल फ्लॉप शो है ये AAP वालों का… अरे अरविंद केजरीवाल जी बोला शराब नीति पर है आपको, जनता आप की चुप्पी से जान रही है कि कितना माल पार की हो शराब में आप। अरविंद गाब्ल्ज़ का वंशज है, जो हर रोज झूठ की कहानी लड़ता है।’

मनोज तिवारी बोले – पब्लिसिटी स्टंट बंद करे आम आदमी पार्टी

उन्होंने आगे कहा कि अब सब जान चुके हैं, जनता इनका बॉयकॉट कर रही है इसलिए तो हर गली में शराब की दुकान के खिलाफ बच्चे महिलाएं खड़े हुए। मनोज तिवारी ने आम आदमी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि शराब नीति इतनी अच्छी थी तो सीबीआई जांच शुरू होने पर वापस क्यों ले ली। पब्लिसिटी स्टंट बंद कर पब्लिक को बताएं, शराब में आप ने कितना कमाया और गली गली ठेका क्यों खोला। मनोज तिवारी द्वारा किए गए ट्वीट पर हम सोशल मीडिया यूजर्स भी कई तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

दीपक नाम के ट्विटर यूजर कमेंट करते हैं कि शराब पर नहीं बोल सकते इसलिए तो खोखा, शिक्षा और विधायक की खरीद बिक्री पर बोल रहे हैं। मुझे तो लगता है कि यह सब सीबीआई और ईडी का साइड इफेक्ट है। अनुभव त्रिपाठी नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘केजरीवाल के 40 विधायक गायब हैं, केजरीवाल बता रहे हैं कि बीजेपी ने उन्हें गायब कर दिया है। यह सब चुनावी लाभ के लिए किया जा रहा है, सभी विधायक कुछ देर में आ जाएंगे तो कहेंगे कि गलती हो गई। अब हम सब केजरीवाल के साथ रहेंगे।’ रविंद्र त्रिपाठी नाम के एक यूज़र ने पूछा – ईडी और सीबीआई विपक्षी दलों के नेताओं से ही क्यों पूछताछ कर रही है, आप लोगों ने घोटाला नहीं किया है क्या?