पुलवामा आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के संबंधों में तनाव आ गया है। पुलवामा आतंकी हमले के लिए भारत ने पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए उसे अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय में अलग-थलग करने की कोशिशें तेज कर दी हैं। अपनी इन्हीं कोशिशों के तहत भारत ने पाकिस्तान से व्यापार में मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीन लिया है। साथ ही पाकिस्तान से आयात होने वाले उत्पादों पर 200% कस्टम ड्यूटी बढ़ा दी है। द इंडियन एक्सप्रेस ने शनिवार को एक ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी। जिस पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए दिल्ली सरकार में उप-मुख्यमंत्री और आप नेता मनीष सिसोदिया ने अडानी ग्रुप द्वारा पाकिस्तान को बिजली सप्लाई बंद करने की मांग कर डाली।

हालांकि मनीष सिसोदिया के इस ट्वीट पर अडानी ग्रुप ने ट्वीट कर पाकिस्तान को बिजली सप्लाई करने की बात का खंडन किया और मनीष सिसोदिया को गलत और गैर-जिम्मेदार बयान देने के लिए उनकी आलोचना की। बता दें कि मनीष सिसोदिया ने भी अडानी ग्रुप की आपत्ति के बाद तुरंत ही अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। हालांकि आप नेता ने इस संबंध में किसी तरह की माफी नहीं मांगी है।

viral tweet

हालांकि सोशल मीडिया पर कई अन्य लोगों ने भी अडानी ग्रुप पर पाकिस्तान को बिजली सप्लाई करने का आरोप लगाया है। उल्लेखनीय है कि हिन्दुस्तान टाइम्स की एक खबर के अनुसार, साल 2014 में अडानी ग्रुप के कुछ प्रतिनिधियों ने पाकिस्तान का दौरा किया था। इस दौरे में अडानी ग्रुप के प्रतिनिधियों ने पाकिस्तान को बिजली 4000 मेगावॉट बिजली के निर्यात को लेकर बातचीत की थी। पाकिस्तान के तत्कालीन ऊर्जा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी पाकिस्तानी संसद को इस बात की जानकारी दी थी। हालांकि यह डील हुई या नहीं इसकी जानकारी नहीं मिल पायी।