Ganpati Visarjan Viral Video: इंटरनेट पर इनदिनों गणपति विसर्जन का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने यूजर्स को नाराज कर दिया है। वीडियो में एक शख्स मूर्ति को पैर से दबाकर पानी में डुबाता दिख रहा है, जिससे उसे यूजर्स की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। यूजर्स मूर्ति विसर्जन के इस तरीके को एकदम गलत और अस्वीकार्य बताया है।

वीडियो जिसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई यूजर्स ने शेयर किया है में दिखाया गया है कि कई लोग पानी में बप्पी की मूर्ति के विसर्जन में लगे हुए हैं। इस बीच एक शख्स बप्पा की बड़ी सी प्रतिमा पर चढ़कर खड़ा है और पैर से मूर्ति की मस्तक वाले हिस्से को दबा रहा है ताकि मूर्ति पानी में डूब जाए।

संवेदनशीलता पर यूजर्स ने उठाया सवाल

इस वीडियो ने लोगों को नाराज कर दिया है। कमेंट सेक्शन में उन्होंने शख्स को खूब खरीखोटी सुनाई है। साथ ही मूर्ति को इस तरह अनअटेंडेट छोड़ने के लिए मूर्ति बैठाने वाले लोगों की संवेदनशीलता पर भी सवाल उठाया है। वीडियो को पोस्ट किए जाने के बाद से लाखों यूजर्स देख चुके हैं।

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वीडियो पर टिप्पणी करते हुए एक यूजर ने कहा, “ऐसे मत करोप्लीज, यही सारे पाप निकल रहे हैं।” दूसरे यूजर ने कहा, “इसको देख के मजबूर हूं बोलने पर कि दूसरे धर्म ही बेहतर हैं हिंदू से।”

तीसरे यूजर ने कहा, “इसकी जगह पर छोटी सी मूर्ति मिट्टी से बना कर पूजा करें और बाद में विसर्जन खुद कर दें। इन बड़ी मूर्तियों को किसी मंदिर में रख देना चाहिए ताकि बिसर्जन भी हो जाए और ये मूर्ति किसी मंदिर में शोभा भी बन जाएं।” वहीं, एक अन्य यूजर ने कहा, “शर्म आनी चाहिए इन लोगों को। जिन भगवान को हम हाथों से पूजते हैं, उनपर पैर रख रखा है।”

यहां देखें वायरल वीडियो –

गौरतलब है कि इस साल गणेश चतुर्थी 27 अगस्त को मनाया गया। ऐसा माना जाता है कि देवी पार्वती ने अपने शरीर पर लगे लेप से भगवान गणेश की रचना की थी ताकि वे स्नान करते समय कक्ष की रक्षा कर सकें। उन्होंने सख्त आदेश दिया था कि किसी को भी उस कक्ष में प्रवेश न करने दिया जाए।

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हालांकि, उस समय भगवान शिव घर पर नहीं थे, लेकिन जब वे लौटे, तो गणेश ने उनका रास्ता रोक दिया और उन्हें अंदर नहीं आने दिया। भगवान शिव क्रोधित हो गए और उन्होंने क्रोध में आकर गणेश का सिर काट दिया। लेकिन जब देवी पार्वती वापस लौटीं, तो वे व्यथित हो गईं और भगवान शिव से गणेश को जीवित करने की मांग की।

ऐसे में भगवान शिव ने गणेश का सिर सबसे पहले मिले जीवित प्राणी, एक हाथी, के सिर से बदल दिया और उन्हें उनके हाथी के सिर के साथ पुनर्जीवित कर दिया। इस शुभ दिन पर, लोग अक्सर नया व्यवसाय शुरू करके, नए घर में जाकर, नया उद्यम शुरू करके नई शुरुआत करते हैं।