भ्रष्टाचार के कई किस्से आपने सुने होंगे। कई मामलों में भ्रष्ट सिस्टम की पूरी कहानी कैमरे में कैद हो जाती है। महाराष्ट्र के जलना से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसे देख आप भी कहेंगे कि ये तो भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है। कभी भी सड़क बनाने के लिए गिट्टी और पत्थर की परतें बिछाई जाती हैं, इसके बाद फिर डामर डालकर समतल बनाया जाता है लेकिन महाराष्ट्र में ठेकेदारों ने सड़क पर ही कारपेट बिछा दिया है!

महाराष्ट्र में ग्रामीणों ने हाथों से उखाड़ दी सड़क

वीडियो देखने पर लग रहा है कि बिना बजरी आदि डाले सीधे सड़क पर कारपेट बिछा दिया गया और उस पर डामर डालकर सड़क तैयार कर दी। इस वीडियो को देखकर आप भी चौंक जाएंगे कि सड़क को नागरिकों ने एक चादर की भांति उखाड़कर अपने हाथों में उठा लिया। शायद ही आपने ऐसी सड़क इससे पहले देखी हो, जिसे हाथों से चादर की तरह उठा लिया गया हो। हालांकि हैरानी की बात है कि इस सड़क को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाया गया है।

विदेशी तकनीक से बनी थी सड़क

ऐसी जानकारी सामने आई है कि इस सड़क को बनाने में जर्मन तकनीक का इस्तेमाल किया गया था लेकिन विदेशी तकनीक से बने इस सड़क को नागरिकों ने हाथ से ही उखाड़कर सबके सामने रख दिया। सड़क निर्माण में आम तौर पर बजरी, रेत और डामर का मिश्रण उपयोग किया जाता है जिससे सड़क लंबे समय तक उपयोग लायक बनी रहे। लेकिन महाराष्ट्र के इस सड़क को बनाने वाले ठेकदार ने कारपेट पर सिर्फ डामर बिछाकर काम किया है।

@MdparwejHussain यूजर ने लिखा कि ये सड़क है या तंदूरी रोटी? @memeyabhai यूजर ने लिखा कि योगी मॉडल को महाराष्ट्र में भी अपनाया जा रहा है, प्रोर्टेबल सड़कों का आगे भविष्य है। @96vihs यूजरने लिखा, “शिंदे- और फडणवीस बहुत अच्छा काम कर रहे हैं, नमूना तो ये है ही। UNESCO विश्व की सबसे अच्छी फोल्ड होने वाली सड़क के लिए महाराष्ट्र को इनाम देना चाहिए।”

@badjourno यूजर ने लिखा, “ठेकेदार ने ब्लैक कालीन बिछा दिया है। इसे भारत में कहीं भी मोड़ा और पुन: उपयोग किया जा सकता है। इनोवेशन और जुगाड़ है।” @Shahruk07006481 यूजर ने लिखा, “ये क्या-क्या देखना पड़ रहा है, मैंने ऐसा तो कभी लाइफ में नहीं देखा।” मोहम्मद नदीम नाम के यूजर ने लिखा, “भ्रष्टाचार का एक और नमूना, यह रोड पीडब्ल्यूडी और सरकारी इंजीनियरों द्वारा पास किया जा चुका है। अब इस रोड की हालत क्या है आप खुद देख सकते हैं। जनता के पैसे को किस तरह से बर्बाद किया जा रहा है?”